कोटखाई गुड़िया गैंगरेप मामले में सीबीआई की जांच जोरों पर चल रही है, मामले के हर पहलु की जांच की जा रही है, ताकि कोई सुराग मिल पाए। इसी कड़ी में सीबीआई ने गुड़िया के परिजनों से भी पूछताछ की और सभी के बयान कलमबद्ध कर लिए हैं। सीबीआई टीम ने परिजनों को गुड़िया के कातिलों को सलाखों के पीछे पहुंचाने का भरोसा दिया।
इससे पहले सीबीआई ने घटना स्थल का मुआयना किया था। इस दौरान गुडिय़ा के मामा सहित कुछ नेपाली लोगों और कुछ स्थानीय लोगों के बयान दर्ज कलमबद्ध किए थे। मामले में पकड़े गए 6 आरोपियों सहित 2 संदिग्धों की डीएनए रिपोर्ट आने के बाद हो सकता है सीबीआई को कोई अहम सुराग मिल जाए और केस सुलझान में आसानी हो। इसी उम्मीद में गुरुवार को सीबीआई की एक टीम जुन्गा की सीएफएल लैब में डेरा डाले रही। 3 से 4 दिन में सीएफएल लैब से सभी रिपोर्ट मिल सकती हैं।
सीबीआई को गुड़िया मर्डर व गैंगरेप मामला सुलझाने के साथ ही कोटखाई पुलिस स्टेशन में आरोपी सूरज की हत्या की गुत्थी सुलझाना चुनौती बना हुआ है। गुड़िया मामले में सबूत जुटाने में सीबीआई को इसलिए भी परेशानी हो रही है क्योंकि टीम 19 दिन बाद मौके पर पहुंची, जिससे कोई भी सबूत मिलना मुश्किल है। वहीं, वहीं चंडीगढ़ के एक वकील ने गुडिय़ा का केस लडऩे की पैरवी की है। गुडिय़ा की बहन के मुताबिक वीरवार दोपहर करीब 2 बजे चंडीगढ़ से 1 वकील उनके घर पहुंचा और गुडिय़ा का केस लडऩे की पैरवी की।