चंबा-तीसा मार्ग पर शिकारीनाला के पास ध्वस्त हुई सड़क को बहाल करने के मामले पर ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। इस कारण सड़क बहाल नहीं हो पाई। माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया कि आखिकार पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया। काफी देर तक ग्रामीणों और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के बीच बातचीत चलती रही, लेकिन समझौता नहीं हो पाया। खबर लिखे जाने तक मार्ग पर काम शुरू नहीं हो पाया था। खैर, अब शनिवार को सड़क के साथ लगती जमीन सरकारी है या ग्रामीणों की मलकीयती, इसका पता लगने के बाद ही सड़क निर्माण का कार्य आरंभ हो पाएगा।
जानकारी के अनुसार चंबा-तीसा मार्ग पर शिकारीनाला के समीप बीस मीटर सड़क का हिस्सा पूरी तरह धंस गया है। इसके चलते मार्ग पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बाधित रही। सड़क इतनी ज्यादा क्षतिग्रस्त हो गई है कि छोटे वाहनों तक की आवाजाही रुक गई है। सूचना मिलते ही लोक निर्माण विभाग की टीम मशीनरी लेकर मौके पर पहुंची। विभाग की ओर से जैसे ही मार्ग को बहाल करने के प्रयास शुरू किए तो ग्रामीणों ने इसका विरोध जता दिया। दरअसल सड़क पूरी तरह धंस चुकी है। इसके चलते अब ग्रामीणों की जमीनों की ओर से कटाई कर लोक निर्माण विभाग मार्ग बहाल करना चाह रहा था, लेकिन ग्रामीण अपनी जमीन पर जेसीबी लगवाने के पक्ष में नहीं हैं। खैर, देर शाम तक इस मामले का कोई भी हल नहीं निकल पाया।
हालांकि विभाग के मजदूर गिरी सड़क का मलबा एकत्रित करने में जुटे रहे। गौरतलब है कि जिला में भारी बारिश के कारण सड़कों को काफी नुकसान पहुंचा है। एक तरफ जहां बालू के समीप सड़क क्षतिग्रस्त हुई तो वहीं दूसरी तरफ चंबा-तीसा मार्ग पर शिकारीनाला के समीप भी बीस मीटर सड़क क्षतिग्रस्त हो गई। कुल मिलाकर बारिश से जिला में काफी नुकसान हुआ है।
ग्रामीण नहीं लगाने दे रहे मशीनरी
लोक निर्माण विभाग तीसा के अधिशाषी अभियंता हर्ष पुरी ने बताया कि शिकारीनाला के समीप सड़क पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। कहा कि लोग मशीन नहीं लगाने दे रहे है। डंगा लगाने में पांच से छह दिन का समय लगेगा।
निशानदेही करवाई जाएगी
एसडीएम चुराह हेम चंद वर्मा का कहना है कि यह मामला ध्यान में है। कहा कि जहां सड़क क्षतिग्रस्त हुई है, वहां निशानदेही करवाई जाएगी। शनिवार को राजस्व विभाग की टीम मौके पर भेजी जाएगी।