इसे वरिष्ठ नेताओं का सम्मान कहें या फिर खुद को साबित करने का एक और तरीका… लेकिन जयरम सरकार का ये फैसला कितना उचित है, इसका निर्णय तो सरकार या तो आम जनता ही करेगी। जैसा कि सभी को पता है कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह इन दिनों अपने इलाज के लिए पीजीआई में एडमिट हैं और आज उन्हें अस्पताल से छुट्टी कर दी जाएगी।
वहीं, प्रदेश सरकार का एक और फैसला आज पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को लेकर लिया गया है जो कि खासी सुर्खियां बटोरता नज़र आ सकता है। इस फैसले में जयराम सरकार ने आज निर्णय लिया है कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को पीजीआई से शिमला लाने के लिए सरकारी खर्चे पर हेलीकॉप्टर जिसके लिए सिर्फ राज्यपाल और मुख्यमंत्री अधिकृत हैं, वह दिया जाएगा।
आज सरकारी उड़न खटोले में वीरभद्र सिंह वापस शिमला आ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने खुद इस मार्फत फैसला लिया है। ऐसा हिमाचल प्रदेश के इतिहास में पहली बार होने जा रहा है कि किसी पूर्व मुख्यमंत्री जो कि अस्पताल में एडमिट हैं, उनको सरकारी हेलीकॉप्टर लाने के लिए दिया जा रहा है। अब इसे राजनीतिक रूप से देखा जाए या राजनीतिक से ऊपर उठकर देखा जाए तो जयराम सरकार का यह फैसला एक तरह से ना सिर्फ पार्टी स्तर से उठकर नज़र आ रहा है बल्कि एक नया संदेश भी देता नज़र आ रहा है।
बताते चलें कि ऐसा नहीं है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हमेशा ही इस तरह के निर्णय लेते हैं। लेकिन कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री का यह निर्णय कहीं न कहीं पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह जो कि 6 बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं, उनको एक तरह से सम्मान देने के लिए लिया गया है।