<p>नदियों में नहाते वक्त डूब जाने वाले हादसे भले ही अब आम बात हो गई हो लेकिन बरसात के महीने में उफनती नदी में बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर नहा रहे हैं। हालांकि, पहाड़ों पर मौसम खराब है और कब पहाड़ों पर बारिश हो जाए इसका अंदाजा लगाना मौसम विभाग के लिए भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन, ऐसे में रेलवे पुल के नीचे जो यह बच्चे नहा रहे हैं कहीं ना कहीं इस नदी के बहाव में यह बच्चे बह सकते हैं।</p>
<p>सबसे बड़ी हैरानी की बात तो यह है कि बैजनाथ उपमंडल में किसी तरह का कोई भी व्यक्ति इनको रोकने वाला नहीं है। क्योंकि बैजनाथ शिव धाम है और इसके साथ होकर गुजरती बिनवा नदी में कई लोग अपनी जान गवां चुके हैं।</p>
<p>बरसात के मौसम में कब इस नदी में बाढ़ आ जाए इसका पता नहीं चलता। साफ तौर पर यही कहा जा सकता है कि इन बच्चों को रोकने में न ही स्थानीय प्रशासन जहमत उठाता है न ही पुलिस। ऐसे में यह बच्चे बेरोक टोक अपनी जान से खिलवाड़ कर रहे हैं।</p>
<p> </p>
International Kullu Dussehra: जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर मैदान में आज से अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव…
विपल्व सकलानी English medium education in Himachal; हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का…
Kevin Pietersen India visit; इंग्लैंड के पूर्व स्टार बल्लेबाज केविन पीटरसन ने भारतीय क्रिकेट प्रेमियों…
Panchakarma treatment Hamirpur: हमीरपुर के जिला आयुर्वेदिक अस्पताल में अब वर्ष भर पंचकर्म पद्धति से…
Nadoun tourism development: हिमाचल प्रदेश का नादौन कस्बा, जो शिमला-मटौर फोरलेन नेशनल हाईवे और अटारी-हमीरपुर-मंडी…
Himachal education reforms: हिमाचल प्रदेश में शिक्षा सुधार के तहत अब दो किलोमीटर से…