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सेब सीजन की तैयारियों को लेकर कुल्लू में मंथन, वन मंत्री बोले- मंडियों में भीड़ को कम करना बड़ी चुनौती

समाचार फर्स्ट डेस्क |

वन मंत्री गोविंद ठाकुर ने सेब सीजन के प्रबंधो को लेकर आयोजित बैठक में कहा कि कोविड-19 के खतरे के बीच सेब सीजन के दौरान फल और सब्जी मंडियों में भीड़ को कम करना इस बार बहुत बड़ी चुनौती होगी। गोविंद ठाकुर ने कहा कि जिला में जल्द ही सेब सीजन आरंभ होने वाला है और कोरोना संकट के बीच इस वर्ष सुरक्षा की दृष्टि से सभी को अतिरिक्त प्रयास करने की आवश्यकता है। सोशल डिस्टेंसिंग के मानदण्डों की पालना करने के लिए मण्डियों में भीड़ पर अंकुश लगाने के लिए शासन, प्रशासन, आढ़तियों, ट्रांसपोर्टरों और बागवानों सभी को मिलकर इसका समाधान निकालना होगा। यातायात नियंत्रण तथा सोशल डिस्टेंसिंग के लिए मण्डियों की उपयुक्त बैरिकेडिंग की जाएगी।

उन्होंने कहा कि सेब सीजन के दौरान बागवानों को मजदूरों की आवश्यकता पड़ेगी। इसके लिए प्रदेश और राज्य के बाहर से बड़ी संख्या में कामगार आते हैं। हॉट-स्पॉट को छोड़कर राज्य के किसी भी भाग से आने वाले श्रमिकों को क्वारंटीन नहीं किया जाएगा। बाहरी प्रदेशों से आने वाले कामगारों के लिए पास बनाने की व्यवस्था जिला प्रशासन करेगा। इसके लिए निर्धारित प्रपत्र पर ऑनलाईन आवेदन करना होगा। बाहरी प्रदेशों से आने वाले व्यापारी सुविधानुसार होटल में अपने को क्वारंटीन कर सकते हैं। इसका खर्च उन्हें स्वयं वहन करना होगा। मंत्री ने कहा कि मजदूरों के प्रति व्यवहार में बदलाव लाने की आवश्यकता है। मजदूरों के बगैर बहुत से बागवानों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि यह राहत की बात है कि कुल्लू जिला में बाहरी प्रदेशों के बहुत कम मजदूर बाहर गए हैं और जो गए हैं, वे पुनः लौटना चाहते हैं।  

गोाविंद ठाकुर ने कहा कि मण्डियों में सैनेटाईजर पंप, मास्क इत्यादि की व्यवस्था एपीएमसी द्वारा की जानी चाहिए। बाहरी प्रदेशों से आने वाले माल वाहनों के चालक और परिचालक वाहन से नहीं उतरेंगे। मण्डी आने वाले खाली वाहनों को अच्छे से सेनेटाईज करके ही अंदर आने की अनुमति होगी। फल – सब्जी मण्डियों में अतिरिक्त शौचालयों और हाथ धोने के लिए अतिरिक्त नलों की समय रहते व्यवस्था करने के मंत्री ने निर्देश दिए।
   
मण्डियों में करेंगे पर्याप्त पुलिस बलों की तैनाती

आढ़तियों और बागवानों की मांग पर वन मंत्री ने आश्वासन दिया कि जिला की चारों सब्जी मण्डियों में पर्याप्त पुलिस बलों की तैनाती की जाएगी। पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक प्लान तैयार करेंगे जो सभी के लिए सुविधाजनक हो। पुलिस के अलावा होम गार्ड के जवान तथा स्थानीय वॉलन्टियरों को भी तैनात किया जाएगा। मण्डियों के अंदर खाली गाड़ी को पार्क करने की अनुमति नहीं होगी। गाड़ी लोड अथवा अनलोड होने के तुरंत बाद हटानी होगी। इसी प्रकार, बागवान अपने उत्पादों को मण्डी में बेचने के तुरंत बाद वहां से निकल जाएंगे। आढ़ती बागवानों की अदायगी अथवा करेट खाली करने में किसी प्रकार का विलंब नहीं करेंगे।

सेब को ग्रेडिंग के बाद पैकिंग में लाने पर बल

सब्जी मण्डियों में भीड़ को कम करने के लिए तथा समय की बचत के उद्देश्य से बैठक में सुझाव आया कि बागवान करेट के बजाए सेब को गेडिंग व पैकिंग करके मण्डियों में लाएं। इसके दाम भी अच्छे मिलेंगे और फल का नुकसान भी कम होगा। अवगत करवाया गया कि आनी तथा निरमण्ड में 90 प्रतिशत फल पैकिंग में ही मण्डी में लाया जाता है। इसलिए सभी बागवान यह कोशिश करें कि माल को पैकिंग करके ही लाएं।

उपायुक्त डा. ऋचा वर्मा ने कहा कि सेब का जिला की आर्थिकी में महत्वपूर्ण योगदान है और इसके विपणन की व्यवस्था के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले श्रमिकों के क्वारंटीन पर निर्णय जिला प्रशासन लेगा और यदि कोई श्रमिक हॉट-स्पॉट से आता है तो उसके लिए क्वारंटीन का प्रबंध उपमण्डलवार किया गया है। पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने सेब सीजन के दौरान ट्रैफिक प्लान पर चर्चा करते हुए कहा कि इस वर्ष अतिरिक्त पुलिस बलों को तैनात किया जाएगा।