चंबा में केंद्र सरकार का स्वच्छ भारत अभियान दम तोड़ रहा है। चंबा में स्वच्छता का नारा महज सपना बनकर रह गया है। स्वच्छता मिशन को जमीनी स्तर पर लागू करने के लिए न तो लोग आगे आ रहे हैं और न ही प्रशासन प्रधानमंत्री के स्वच्छ मिशन को पंख लगा पा रहे हैं। चंबा के डलहौजी विधानसभा क्षेत्र के सलूणी की बात करें तो यहां पर सफाई व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है। यहां पर चारों तरफ गंदगी के अंबार लगे हुए हैं।
चाहे स्कूल हो बस स्टैंड हो या फिर सरकारी दफ्तर हर जगह आपको गंदगी के ढेर साफ तौर पर देखने को मिल जाएंगे। यहां पर निजी स्कूल में भी सैकड़ों बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं लेकिन स्कूल के साथ इतना कूड़ा फेंका जा रहा है कि बच्चों को कभी भी बीमारियां फैल सकती हैं। अभी लगभग बरसात का सीजन शुरू हो चुका है जिसकी वजह से यहां ज्यादा गंदगी फैलने के आसार हैं। लेकिन प्रशासन यह सब देख मूकदर्शक बनकर बैठा हुआ है। इसकी शिकायत स्कूल प्रबंधन ने कई बार प्रशासन से भी की है लेकिन उसके बावजूद भी यहां पर सफाई व्यवस्था उसी तरह से चरमराई हुई है।
अगर सलूणी बाजार की बात करें तो यहां पर सड़क के किनारे पर इतनी गंदगी फैली हुई है कि वहां से उसके पास से गुजरने में भी काफी लोगों को दिक्कत हो रही है। दुकानदार हो या स्थानीय लोग सभी लोग कचरा वहां पर खुले में फेंक रहे हैं जिसकी वजह से वहां पर वातावरण बुरी तरह से प्रदूषित हो रहा है।
सलूणी बाजार में टैक्सी चालकों ने बताया कि दुकानदार और स्थानीय लोग यहां खुले में कचरा फेंक रहे जिसकी वजह से यहां पर उन्हें गाड़ियों के पास खड़े होने में भी काफी दिक्कत होती है। उन्होंने कहा कि वह टैक्सी चलाते हैं और उनकी गाड़ियां यहां सड़क के किनारे खड़ी रहती है जिसकी वजह से उन्हें काफी प्रदूषण का सामना करना पड़ता है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि इसकी सफाई व्यवस्था को सही किया जाए ताकि यहां किसी तरह के प्रदूषण से बचा।