Follow Us:

सफाईकर्मियों की हड़ताल, कौन उठाएगा हर रोज शिमला का 70 टन कूड़ा?

पी. चंद |

शिमला एजीएम की बैठक का कोरम पूरा न होने से सफाई कर्मियों के मानदेय का मामला अटक गया है। नाराज़ सफाई कर्मी आज से फिर हड़ताल पर चले गए हैं। सफाई कर्मचारियों ने फिर से घर घर कूड़ा एकत्रित करने से मना कर दिया है और मांगें न माने जाने तक आंदोलन का ऐलान किया है। हड़ताल के चलते मंगलवार सुबह शिमला के घरों से कूड़ा नहीं उठाया गया। ऐसे में सवाल ये है कि अब हर रोज शिमला का 70 टन कूड़ा कौन उठाएगा।

कर्मचारी निगम प्रशासन से सभी कर्मचारियों को अपने अधीन करने समेत ठोस नीति बनाने की मांग करते रहे हैं। बता दें कि सोमवार को शिमला के बचत भवन में सैहेब सोसाइटी की विशेष बैठक रखी गई थी, लेकिन कोरम पूरा न होने की वजह से बैठक स्थगित कर दी गई है। इस बैठक में शिमला में सैहेब सोसाइटी के अधीन घर-घर कूड़ा इक्टठा करने वाले लगभग 800 सफाई कर्मियों की वेतन बढ़ोतरी का फैसला लिया जाना था। उसके बाद सैहेब सोसाइटी ने नगर निगम को चेतावनी दी है कि 12 सितंबर से शिमला का कूड़ा नहीं उठाएंगे।

सैहेब सोसाइटी में कुल 140 सदस्य हैं और कोरम पूरा करने के लिए 70 सदस्य चाहिए थे, लेकिन बैठक में 41 सदस्य ही पहुंच पाए। इसकी वजह से नगर निगम की मेयर कुसुम सदरेट ने हाउस की बैठक स्थगित कर दी। बैठक में सुधीर शर्मा ने आने का समय दिया था, इसके बावजूद वह बैठक में नहीं पहुंचे। बीजेपी और कांग्रेस के दस पार्षदों ने भी सफाई कर्मियों के लिए रखी इस विशेष बैठक में आना जरूरी नहीं समझा।