मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज जिला कुल्लू के मनाली, बंजार और कुल्लू विधानसभा क्षेत्रों के लिए वर्चुअल माध्यम से लगभग 64 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए। उन्होंने जिला कुल्लू के मनाली में रामशिला-नग्गर-भुंतर सैनिक चैक मोहाल में बनी सड़क पर सजला नाला पर 1.20 करोड़ रुपये की लागत से 10.37 मीटर लम्बे डबल लेन टी-बीम पुल, मनाली में रामशिला नगर भुंतर सैनिक चैक मोहाल पर प्रीणी नाला के ऊपर 1.56 करोड़ रुपये की लागत से 10.37 मीटर लम्बे टी-बीम पुल, मनाली में रामशिला-नगर-भुंतर सैनिक चैक मोहाल पर काइस नाला के ऊपर 2.28 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 20 मीटर लम्बे पुल, काइस तहसील के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में 1.66 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित विज्ञान प्रयोगशाला के अतिरिक्त भवन और मनाली तहसील में गुलाबा बैरियर पर 1.14 करोड़ रुपये की लागत से बनी पार्किंग का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने मनाली क्षेत्र में नाबार्ड के अंतर्गत 1.81 करोड़ रुपये से बस्तोरी से नथान सड़क के उन्नयन एवं पक्का करने के कार्य, नाबार्ड के अंतर्गत 4.98 करोड़ रुपये से लोरान से सरली गांव के लिए कटिंग, डंगे, क्रॉस ड्रेनेज और डम्पिंग के लिए सड़क निर्माण आदि कार्य, नाबार्ड के अंतर्गत 3.37 करोड़ रुपये से भटग्रां मोड़ से खड़िहार सड़क, कुल्लू तहसील के रायसन में ब्यास नदी पर 17.58 करोड़ रुपये से 80 मीटर लम्बे डबल लेन पुल और ब्यास नदी पर पैदल रास्ते, बंजार क्षेत्र में 5.36 करोड़ रुपये से लांगणी से छुआरा सड़क, कुल्लू जिला की ग्राम पंचायत नोहाण्डा बंजार में 10.09 करोड़ रुपये से नगलाड़ी नाला से नाहीं व घाट गांवों तक सड़क, 5.28 करोड़ रुपये से बराधा से शांगचन सड़क का उन्नयन व पक्का करने के कार्य, 4.75 करोड़ रुपये की लागत से बालू-रा-घेरा से टिपरी शाउट सड़क तक के निर्माण कार्य, अमु्रत योजना के तहत सरवरी में 54 लाख रुपये से पैदल चलने वाले रास्ते और जगराई नाला पर 2.12 करोड़ रुपये से बनने वाले पुल का शिलान्यास भी किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उन्होंने 15 विकासात्मक परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किए, जिससे स्थानीय लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण 64 करोड़ रुपये की इन परियोजनाओं को एक सादे समारोह में केवल 20 लोगों की मौजूदगी में जनता को समर्पित किया गया। उन्होंने निर्देश दिए कि 56 करोड़ रुपये की लागत वाली जिन परियोजनाओं का शिलान्यास आज किया गया है उनका कार्य समयबद्ध तरीके से पूर्ण किया जाना चाहिए। प्रदेश सरकार ने हिमाचल के पूर्ण राज्यत्व के स्वर्ण जयंती कार्यक्रमों का भव्य आयोजन करने का निर्णय लिया था,लेकिन कोरोना महामारी के कारण इन आयोजनों को स्थगित करना पड़ा है।
मुख्यमंत्री ने स्वर्णिम हिमाचल थीम पर आधारित कुल्लू जिला के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा गाया गया ‘स्वर्णिम हिमाचल गीतञ भी जारी किया। उन्होंने जिला प्रशासन कुल्लू और जिला के कलाकारों का प्रदेश की विकास गाथा को प्रदर्शित करते हुए स्वर्णिम हिमाचल गीत प्रस्तुत करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार ने पिछले लगभग साढ़े तीन वर्षों के दौरान सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति सुनिश्चित की है। लगभग सभी पंचायतों को सड़क सुविधा से जोड़ दिया गया है और प्रदेश के दुर्गम इलाकों में बेहतर सम्पर्क सुविधा प्रदान करने के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण जारी प्रतिबंध धीरे-धीरे हटाए जाएंगे और सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि लोग कोविड अनुरूप व्यवहार अपनाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य के कोविड-19 मरीजों के उपचार के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाना सुनिश्चित कर रही है। वहीं, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि कुल्लू जिला और विशेषकर मनाली विधानसभा क्षेत्र के लोग मुख्यमंत्री की उदारता के लिए आभारी रहेंगे। उन्होंने प्रदेश में कोविड-19 संकट के प्रभावी नियन्त्रण के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। तहसील और जिला कुल्लू के रायसन में ब्यास नदी पर पैदल रास्ते के अतिरिक्त 17.58 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले 80 मीटर लम्बे डबल लेन पुल से कुल्लू-मनाली-केलंग राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात का सुचारु संचालन होगा।