पी.चंद, शिमला।
‘द कश्मीर फ़ाइल’ को लेकर देश भर में खूब चर्चा चल रही है। सिनेमाघरों में फ़िल्म देखने के बाद लोग अपने आंसू नहीं रोक पा रहे हैं। 1990 के दौरान कश्मीरी पंडितों के पलायन के दर्द को दर्शाती इस फ़िल्म पर देशभर से अलग अलग विचार आ रहे हैं। देश के भाजपा शासित राज्यों ने “द कश्मीर फ़ाइल” को टैक्स फ़्री कर दिया है। इसी के साथ हिमाचल प्रदेश में भी इस फ़िल्म को टैक्स फ़्री कर दिया गया है।
फिल्म को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि “द कश्मीर फ़ाइल” कश्मीरी पंडितों के दर्द को बयान करती है। उन्होंने बताया कि वह उस घटनाक्रम के चश्मदीद गवाह हैं क्योंकि मैं उस दौरान 4 से पांच साल तक जम्मू कश्मीर में ही था। कश्मीरी पंडितों को अपना सब कुछ छोड़कर जाना पड़ा था। करोड़पति कश्मीरी पंडित रोड़ पर आ गए थे। कई कश्मीरी पंडितों की हत्या कर दी गई थी। फ़िल्म से पहले जब अनुपम खेर शिमला आए थे तो उन्होंने “द कश्मीर फ़ाइल” का जिक्र भी उनके साथ किया था। हालांकि अभी उन्होंने फिल्म नहीं देखी है बावजूद इसके फ़िल्म में उस घटना की असलियत को बताया गया है। हिमाचल में कश्मीर फ़ाइल को टैक्स फ्री कर दिया है ताकि अधिक से अधिक लोग फ़िल्म देख सकें।
उधर, पार्श्व गायक मोहित चौहान ने कहा कि “द कश्मीर फ़ाइल” फ़िल्म कश्मीरी पंडितों के दर्द की सच्चाई को बयान करती है। जिसको उस वक़्त कश्मीरी पंडितों ने जिया। अपने घरों और संपति को छोड़कर जाना पड़ा उसका दर्द वही समझ सकते हैं जिन्होंने अपना सब कुछ खोया। इस फ़िल्म में इमोशन को दिखाया गया है। हालांकि उन्होंने अभी फ़िल्म नहीं देखी है लेकिन वह फ़िल्म देखेंगे।