Follow Us:

मशीनें दानियों की, तेल लोगों का, कांग्रेसी अपने नाम बिल बनवाने के लिए लड़ रहे : जय राम ठाकुर

आपदा राहत में लोगों से मिले तेल और मशीनों पर कांग्रेस नेता बना रहे बिल
देज़ी गांव में एक महीने बाद भी नहीं पहुंची सरकारी जेसीबी, लोगों ने खुद जुटाई मदद
चार दिन की कैबिनेट बैठक से निकला संस्थान बंद और नौकरियों पर विराम: जयराम ठाकुर


हिमाचल प्रदेश में आपदा के बीच सियासत गरमा गई हैनेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शिमला से जारी बयान में सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार आपदा में अवसर की तलाश कर रही है। जयराम ठाकुर ने दावा किया कि जिन सड़कों को आपदा पीड़ितों ने अपनी मेहनत और दान से खुलवाया, उन पर अब कांग्रेस नेता अपने नाम से बिल बनवाने का दबाव लोक निर्माण विभाग पर बना रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मशीनें दानी सज्जनों की, डीज़ल जनता का, और अब उसका राजनीतिक फायदा कांग्रेस के नेता उठाना चाहते हैं

जयराम ठाकुर ने स्पष्ट किया कि पीड़ितों के लिए मशीनें उन्होंने खुद लोगों से मांगी, और कई दानदाताओं ने जेसीबी व एलएनटी मशीनें भेजीं। डीजल का इंतजाम स्थानीय लोगों और स्वयं सेवकों ने किया। मगर अब कांग्रेस के कुछ नेता, जिनका मुख्यमंत्री से सीधा संबंध है, वे इन कार्यों का श्रेय लेने में लगे हैं। उन्होंने इस हरकत को “शर्मनाक” बताया और कहा कि इससे बड़ी गिरावट और कोई नहीं हो सकती

नेता प्रतिपक्ष ने यह भी बताया कि देज़ी गांव, जहां 11 लोगों की मौत हुई, वहां एक महीने बाद भी लोक निर्माण विभाग की ओर से कोई जेसीबी नहीं पहुंची। अंततः स्थानीय लोगों ने सहयोग से रास्ता खुलवाया। फिर भी कांग्रेस नेता उसी पर भी राजनीतिक क्रेडिट लेने की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इस समय पूरा क्षेत्र पुष्प उत्पादन, कृषि और बागवानी पर आधारित है, लेकिन सड़कें बंद होने के कारण किसान और बागवान अपने उत्पाद बाजार तक नहीं पहुंचा पा रहे। इससे उत्पाद खराब हो रहे हैंआज ही एक मामला सामने आया, जिसमें सड़ चुके उत्पाद को किसानों ने फेंकना पड़ा, क्योंकि वो मंडियों तक नहीं पहुंच पाए।

राज्य सरकार की चार दिन की मैराथन कैबिनेट बैठक पर भी जयराम ठाकुर ने सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इन बैठकों से क्या निकला? संस्थान बंद करने, नौकरियां रोकने के अलावा कोई ठोस नीति नहीं बनाई गई। कैबिनेट बैठक एक दिन में भी निपटाई जा सकती थी। उन्होंने कहा कि सरकार की प्राथमिकता सिर्फ मित्रों और सहयोगियों को लाभ पहुंचाना है, न कि आम जनता को।

नेता प्रतिपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार हर दिन कोई न कोई “कारनामा” कर रही है, और आपदा में पीड़ितों के लिए राहत पहुंचाने की जगह दिखावे और श्रेय की राजनीति में लगी है। उन्होंने सरकार से अपील की कि जनता की पीड़ा को समझे और ज़मीनी कार्यों पर ध्यान दे