शिमला का ऐतिहासिक कालीबाड़ी मन्दिर जहां प्रतिदिन सैंकडों लोग दर्शन करने जाते है। लेकिन कालीबाड़ी मन्दिर को मॉल रोड़ से जाने वाला मुख्य मार्ग ख़तरे में पड़ गया है। ये मार्ग लगातार पिछले कुछ सालों से धंसता जा रहा है। ग्रैंड हॉटेल से लेकर कालीबाड़ी तक लगभग 25 से 30 मीटर रास्ते में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई है।
कई जगह तो रास्ता एक तरफ पूरा धंस गया है, जो कि कभी भी गिर सकता है और बड़ी अनहोनी हो सकती है। क्योंकि बरसात के दिनों में ये दरारें ओर अधिक बढ़ने लगी है। जिससे वहां प्रसाद बेचने वाले रेहड़ी फड़ी वालों की जान को भी ख़तरा है।
लेकिन, न उनको किसी ने ख़तरे वाली जगह से हटाने की ज़हमत उठाई है और न ही रास्ते को ठीक करने का काम किया है। रिपेयर के नाम पर नगर निगम द्वारा सिर्फ दरारों को भर दिया जाता है। लेकिन स्थाई समाधान नहीं निकाला है। शायद ये व्यवस्था सोई रहती है और हम बड़े हादसे का इंतज़ार करते हैं उसके बाद जागते हैं।