ऊना के धुसाड़ा गांव की 24 साल की अंजुम मोदगिल ने ऑस्ट्रेलिया में देश के नाम के साथ हिमाचल प्रदेश का नाम भी चमका दिया है। अंजुम मोदगिल ने ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में कामनवेल्थ गेम्स 2018 में 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन के मुकाबले में रजत पदक हासिल कर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है।
अंजुम मोदगिल ने अहम मुकाबले में रिकॉर्ड 455.7 अंक प्राप्त कर स्पर्धा में दूसरा स्थान हासिल किया। अंजुम की इस सफलता से उनके पैतृक गांव धुस्साड़ा सहित जिला में खुशी की लहर है। 2008 में 9वीं कक्षा की छात्रा के रूप में एनसीसी से शूटिंग का सफर शुरू करने वाली अंजुम ने पिछले 9 सालों में 18 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धाओं व दर्जनों राष्ट्रीय व जोनल स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेते हुए एक दर्जन से अधिक अंतर्राष्ट्रीय मैडल सहित 100 से अधिक मैडल जीतकर अपनी झोली में डाले हैं।
अंजुम ने 2016 में गुवाहटी में संपन्न हुई 12वीं साऊथ एशियन गेम्स में उसने व्यक्तिगत और टीम स्पर्धा में 2 गोल्ड मैडल जीत कर अपनी प्रतिभा की धमक दिखाई थी। जबकि इससे पहले वह एशियन चैंपियनशिप 2015 कुवैत में टीम स्पर्धा में ब्रांज, 7वीं एशियन एयरगन चैंपियनशिप कुवैत 2014 में व्यक्तिगत व टीम एयर राइफल स्पर्धा में ब्रांज मैडल जीत चुकी है।
ईरान में 2013 में संपन्न हुई एशियन चैंपियनशिप में भी तीन ब्रांज मैडल जीते, जबकि दोहा में 2012 में संपन्न एशियन चैपिंयनशिप में भी वह दो सिल्वर मैडल जीत चुकी है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उसने 12 गोल्ड, सिल्वर और ब्रांज मैडल जीते हैं। चंडीगढ़ प्रशासन ने अंजुम को कमेंडेशन सर्टिफिकेट से सम्मानित किया है।
अंजुम ने प्राइमरी से लेकर 12वीं तक की शिक्षा सैक्रड हार्ट स्कूल चंडीगढ़ से प्राप्त की। जबकि डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ से बीए और बाद में एमए साईकोलॉजी की डिग्री हासिल की।