Follow Us:

“बिलासपुर में कौशल विकास और उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए बनी सोसाइटी होगी पंजीकृत”

|

जिला बिलासपुर में पर्यटन, स्वरोज़गार, खेल, परंपरागत कला कौशल विकास और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन ने सोसाइटी बनाई है जिसे पंजीकृत किया जा रहा है। यह जानकारी उपायुक्त बिलासपुर आबिद हुसैन सादिक ने दी। उन्होंने बताया कि बिलासपुर में पर्यटन , उद्योग , स्वरोज़गार, साहसिक और धार्मिक व अन्य प्रकार के पर्यटन को बढ़ावा देने, जिला के युवाओं का कौशल विकास करने, ज़िले में कारीगरों के उत्पाद को भी प्रमोट करने और ग्रामीण महिलाओं और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित वस्तुओं को उपयुक्त ब्रांडिंग कर प्रमोट करने के लिए अलग से पहल करने की आवश्यकता के मद्देनजर यह कदम उठाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सोसाइटी के अंतर्गत जिला में पर्यटन स्थलों के विकास, धार्मिक एवं साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने ( वाटर स्पोर्ट्स और पैराग्लाइडिंग), जिला की परंपरागत कला- संस्कृति, खेल कूद , उद्योग और जिला के युवाओं के लिए रोजगार उपलब्ध करवाने पर केंद्रित रहेगी। सोसायटी के अध्यक्ष उपायुक्त स्वयं होंगे और इसके अंतर्गत जिला के संबंधित विभागों के अधिकारी इस समिति के सदस्य होंगे।

उन्होंने कहा कि इस सोसाइटी के बनने से सोसाइटी स्वयं जिला में पर्यटन , खेल , ट्रेड , रोज़गार को बढ़ावा देने के लिए कार्य करेगी और इसके लिए फंड का इंतज़ाम किया जाएगा। इसके अतिरिक्त सोसाइटी जरूरत पड़ने पर लोन भी ले सकती है और यह सोसाइटी चयनित साइट् को भी लीज आउट करने के लिए भी अधिकृत होगी। उन्होंने कहा कि सोसाइटी के बनने से संबंधित विभाग की योजनाओं पर निर्भरता कम होगी। सोसाइटी स्वयं ही जिला की इन सभी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाएगी।

गोविंद सागर झील में वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज के लिए मिली सैद्धांतिक मंजूरी, क्रूज शिकारे और सभी प्रकार के बोट गोविंद सागर में उतरेंगे

उन्होंने बताया कि इस सोसाइटी के बनने के बाद जिला में वाटर स्पोर्ट्स और एडवेंचर स्पोर्ट्स पर प्राथमिकता के आधार पर कार्य किया जाएगा । उन्होंने बताया कि हाल ही में गोविंद सागर झील में वॉटर एक्टिविटीज शुरू करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी गई है गोविंद सागर झील में वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज के लिए डीपीआर और बाइलॉज तैयार किए जा रहे हैं। डीपीआर के बाद बीबीएमबी की फाइनल अप्रूवल आएगी और अगली कार्य योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि किरतपुर से नेरचौक फोरलेन से जुड़े होने के कारण गोविंद सागर झील में क्रूज शिकारे और सभी प्रकार की वोट गोविंद सागर में उतरेंगे जिससे स्थानीय लोगों को बड़े स्तर पर रोजगार उपलब्ध होगा। धीरे-धीरे गोविंद सागर झील में पर्यटन की गतिविधियां बढ़ेगी और और इसके साथ लगते कई धार्मिक और पर्यटन स्थल भी विकसित होंगे। खेल कूद की गतिविधियों से जुड़ कर समाज में व्याप्त नशे जैसी समस्या से भी निवारण मिलेगा । युवा सही रास्ते पे चल कर नशे से ख़ुद को दूर रख पाएँगे ।

सोसाइटी युवाओं का कौशल विकास करने के लिए देगी ट्रेनिंग, बढ़ेगा कौशल तो मिलेगा रोजगार

उन्होंने बताया कि फोरलेन और रेलवे लाइन से जुड़ने के बाद बिलासपुर में अपार संभावनाएं बढ़ गई हैं । सोसाइटी के माध्यम से स्किल डेवलपमेंट सेंटर का भी संचालन किया जाएगा जिससे युवायों को लेटेस्ट स्किल प्राप्त हो सके । हमारा प्रयास है कि जिला में सभी प्रकार की पर्यटन , उद्योग , ट्रेड , खेल कूद की गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाए ताकि युवाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध हो सकें और नयी स्किल के साथ वह स्वरोज़गार कर के आत्म निर्भर बन सकें। ज़िले में कारीगरों के उत्पाद को भी प्रमोट किया जाएगा । उनको उत्पाद के वैल्यू एडिशन के लिए ट्रेनिंग दिलाई जाएगी । इसमें सब से ज़्यादा फ़ायदा हमारी महिला मण्डल समूह को मिलेगा और महिला सशक्तिकरण होगा ।