बहुचर्चित युग अपहरण और मर्डर केस में हत्यारों की सजा का फैसला अब 5 सितंबर को होगा। जिला एवं सत्र न्यायालय शिमला में बुधवार को मामले की सुनवाई हुई। हत्या के तीनों आरोपियों को जिला एवं सत्र न्यायधीश वीरेंद्र सिंह की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई 5 सितंबर तय की है। हत्या के आरोप में तीन आरोपियों चंद्र शर्मा, तेजेंद्र पाल और विक्रांत बक्शी इन दिनों जेल में हैं, लेकिन अभी असली सजा मिलनी बाकी है। आरोपियों के गुनाह को साबित करने के लिए राज्य सीआईडी अदालत में 100 से अधिक गवाह पेश कर चुकी है।
उल्लेखनीय है कि चार वर्षीय युग शिमला के स्थानीय कारोबारी का बेटा था। उसके परिवार से जान-पहचान रखने वाले तीन आरोपियों ने युग को अगवा कर उसकी हत्या कर दी थी और उसका शव शहर के एक पेयजल टैंक में डाल दिया था। सीआईडी ने 2016 में इस मामले का पटाक्षेप कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। मासूम युग को अपहरण करने के बाद जिस निर्दयता से मौत के घाट उतारा गया है, उससे शहरवासियों को कोर्ट के फैसले का इंतजार है।