गेयटी थिएटर शिमला में नशे के विरूद्ध पुलिस विभाग के ‘प्रधाव’ अभियान के अन्तर्गत आयोजित विभिन्न स्पर्धाओं के विजेताओं के पुरस्कार वितरण समारोह में हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष आर.एस. बाली ने नशे के खिलाफ पुलिस के प्रयासों की सराहना की.
उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग पुनर्वास केंद्रों से ठीक होने वाले व्यक्तियों को आतिथ्य क्षेत्र में प्रशिक्षण प्रदान करेंगे. इसका उद्देश्य उन्हें समाज की मुख्यधारा के जोड़ने के लिए उनके कौशल में निखार लाना है.
वहीं मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसी समारोह की अध्यक्षता की. इस अवसर मुख्यमंत्री ने प्रतिभागियों को नशे के विरूद्ध एकजुट प्रयासों की शपथ भी दिलाई. मुख्यमंत्री ने राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में नशीले पदार्थों से संबंधित मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार इस समस्या से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए एक समर्पित विशेष कार्य बल बनाने पर विचार कर रही है.
उन्होंने नशीले पदार्थों के तस्करों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया और युवाओं को नशे के चंगुल से छुड़ाने के लिए जागरूकता अभियान बढ़ाने का आह्वान किया.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नारकोटिक्स एक्ट को और कड़ा बनाने संबंधी मामला केंद्र सरकार के समक्ष उठाया है. ताकि ड्रग तस्करों की संपत्ति जब्त कर उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जा सके.
नशीले पदार्थों के सेवन से प्रभावित व्यक्तियों के पुनर्वास में सहायता के लिए प्रदेश सरकार ने राज्य में दो अत्याधुनिक नशा मुक्ति सह पुनर्वास केंद्र स्थापित करने की योजना बनाई है. प्रत्येक केंद्र की स्थापना के लिए 50 बीघा भूमि चिन्हित की जा रही है. सरकार अपने नागरिकों का कल्याण और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है. राज्य सरकार नशीले पदार्थों की चुनौती से निपटने के लिए प्रयासरत है.
सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पुलिस विभाग के आधुनिकीकरण पर बल देते हुए कहा कि सरकार कानून-व्यवस्था स्थापित करने के लिए पुलिस बल की क्षमता बढ़ाने के लिए पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी.
पुलिस विभाग को और कार्यकुशल बनाने के लिए कृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) जैसी आधुनिक तकनीकों के उपयोग पर बल देते हुए कहा कि राज्य सरकार ने हाल ही में चार नए पुलिस स्टेशन स्वीकृत किए हैं. जिनमें से तीन कीरतपुर-मनाली फोरलेन राजमार्ग पर और एक कांगड़ा जिले के बीड़ में स्थापित होगा.
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य की विकट वित्तीय स्थिति के बावजूद, सरकार नागरिकों को जन कल्याण पर केंद्रित प्रशासन प्रदान करने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है. ताकि वे सुगम सरकारी सुविधाओं से लाभान्वित हो सकें.
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य एवं शिक्षा जैसे महत्त्वपूर्ण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इसके साथ ही राज्य सरकार ने इस बार के बजट में कई हरित पहल की हैं, जिसके परिणाम शीघ्र ही दृष्टिगोचर होंगे. उन्होंने कहा कि सभी के सामूहिक प्रयासों से शीघ्र ही हिमाचल देश के सबसे समृद्ध राज्यों में से एक बनकर उभरेगा.