<p>भारत सरकार द्वारा संचालित ‘‘जल शक्ति अभियान’’ के अन्तर्गत ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग हिमाचल प्रदेश के निर्देशानुसार उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण हेतु जिले के सभी पंचायत घरों में ‘‘छत जल संरक्षण टैंक’’ के निर्देशों के अनुरूप विकास खंड देहरा पूरे प्रदेश में पहला ऐसा विकास खंड बन गया है, जिसकी सभी 64 ग्राम पंचायतों के कार्यालय के भवनों में छत जल संरक्षण टैंक बनकर तैयार हो चुके हैं।</p>
<p>इन छत जल संरक्षण टैंक को पंचायत भवनों में बनाने का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाली जनता को वर्षा जल के उचित संचयन एवं संरक्षण हेतु प्रेरित करना हैं। जिससे पंचायत घर के भवनों में बनाए गए इन मॉडल टैंकों से क्षेत्र के निवासी वर्षा जल संरक्षण के प्रति जागरुक हों और वह भी अपने घरों में इस प्रकार जल संचय करके जल संरक्षण में सरकार के सहयोगी बनें। जिससे भू जल के गिरते स्तर की गंभीरता को देखते हुए, उस पर निर्भरता कम हो सके।</p>
<p>भू-जल का संरक्षण और संवर्धन न केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए अपितु भविषय के लिए भी अति आवश्यक है। भू-जल के स्तर को बढ़ाना और उसे संरक्षित करना आज सबका परम कतर्व्य है। अतः भू जल के संरक्षण हेतु सरकार के साथ-साथ आम जन मानस की सहभागिता भी अपेक्षित है। इसी उद्देश्य के दृष्टिगत उपायुक्त कांगड़ा द्वारा जिला के सभी पंचायत भवनों में वर्षा जल के संचय हेतु निर्देश दिए गए तथा विकास खण्ड देहरा ने पूर्ण निष्ठा से इसकी अनुपालना करते हुए देहरा विकास खंड के प्रत्येक पंचासत घर के भवन में इसका निर्माण करवाया। इस हेतु समस्त पंचायतों के प्रधान एवं क्षेत्रिय कर्मचारियों ने अपने सक्रिय सहयोग से सभी 64 ग्राप पंचायत के भवनों में इन टैंक का निर्माण करवा कर प्रदेश में देहरा को प्रथम स्थान पर पहुंचा दिया है।</p>
<p>पंचायत भवनों में निर्मित इन छत जल संरक्षण टैंक द्वारा वर्षा जल को संचय करके उसका उपयोग पंचायत के शौचालयों एवं अन्य गतिविधियों के लिए किया जाएगा। तथा इससे भू जल पर निर्भरता कम होने के साथ प्रदेश भर में छत जल संरक्षण का एक कीर्तिमान भी स्थापित हुआ। इस अवसर पर उपायुक्त कांगड़ा राकेश प्रजापति ने कहा कि भू जल का संरक्षण करना आज न केवल सरकार एवं प्रशासन अपितु समाज की जिम्मेवारी भी है। उन्होंने कहा कि इस हेतु कांगड़ा जिला में सरकार एवं प्रशासन द्वारा अनेकों अभियान चलाए जा रहे हैं, जिससे भू-जल का संरक्षण एवं संवर्धन संभव हो सके। इसी कड़ी में जिला प्रशासन द्वारा पूरे जिले के हर पंचायत भवन में छत जल संरक्षण टैंक बनवाए जा रहे है, अतः विकास खंड देहरा ने सबसे पहले सभी ग्राम पंचायतों के भवन में इसका निर्माण करके सराहनीय कार्य किया है।</p>
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