धर्मशाला: राज्यसभा चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस को घुटने पर लाने में बागियों के सरगना की भूमिका वाले सुधीर शर्मा के सामने आखिरकार सीएम सुक्खू ने अपनी पहली और आखरी पसंद पूर्व मेयर देवेंद्र जग्गी पर दांव खेला है। यह सीट सीएम की साख का सवाल है।मुख्यमंत्री धर्मशाला से पूर्व विधायक सुधीर शर्मा को कांग्रेस से बगावत करने वाले छह विधायकों का सरगना कहते रहे हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू सुधीर को हराने के लिए जिताऊ उम्मीदवार की तलाश में थे। ऐसे में कांग्रेस हाईकमान ने सुखविंद्र सिंह सुक्खू की पसंद पर मुहर लगा दी है। जग्गी को धर्मशाला उपचुनावों में उतार दिया है।
जग्गी को टिकट का सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा था। हालांकि कांग्रेस के कुछ नेता यहां से भारतीय जनता पार्टी से बगावत का ऐलान कर चुके राकेश चौधरी को टिकट देने की वकालत कर रहे हैं। कांग्रेस को डर था कि राकेश चौधरी के कांग्रेस में आने से बगावत हो सकती थी। लिहाजा पार्टी ने तमाम पहलूओं को देखते हुए टिकट तय किया। बता दें कि राकेश चौधरी ने 2022 का विधानसभा चुनाव बीजेपी के टिकट पर लड़ा था और तब कांग्रेस के सुधीर शर्मा से वह चुनाव हार गए थे। हरभजन चौधरी, विजय इंद्र कर्ण का नाम भी टिकट दावेदारों की रेस में शामिल था, इन्हें भी इससे झटका लगा है। अब देखना है कि टिकट न मिलने से नाखुश किस करवट बैठते हैं। क्योंकि उधर, भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी अपने चुनाव क्षेत्र में दो राउंड का कैंपेन कर चुके हैं, वहीं कांग्रेस ने अभी टिकट फाइनल किया है।
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