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मणिमहेश यात्रा: पंजाब के श्रद्धालुओं ने भोले नाथ के दरबार में चढ़ाया 31 फीट ऊंचा त्रिशुल

मनोज धीमान |

पवित्र मणिमहेश यात्रा के दौरान गए पंजाब के श्रद्धालुओं ने 31 फीट का त्रिशुल भोले नाथ के दरबार में भेंट किया। बताया जा रह है कि इस त्रिशुल का भार 2.50 क्विटल के करीब है। जहां खाली चलना भी मुश्किल है ऐसे में 14 किलोमीटर की दुर्गम चढ़ाई चढ़ होशियारपुर के श्रद्धालुओं के 10 लोगों के समूह ने भारी भरकम त्रिशुल को मणिमहेश में पहुंचा दिया। आज राधाअष्टमी का बड़ा नौण है।

बता दें कि जुलाई-अगस्‍त के दौरान पवित्र मणिमहेश झील हजारों तीर्थयात्रियों से भर जाता है। यहीं पर सात दिनों तक चलने वाले मेला का आयोजन भी किया जाता है। यह मेला जन्‍माष्‍टमी के दिन समाप्‍त होता है। जिस तिथि को यह उत्‍सव समाप्‍त होता है उसी दिन भरमौर के प्रधान पूजारी मणिमहेश डल के लिए यात्रा प्रारंभ करते हैं। यात्रा के दौरान कैलाश चोटी (18,556) झील के निर्मल जल से सराबोर हो जाता है। कैलाश चोटी के ठीक नीचे से मणीमहेश गंगा का उदभव होता है।

इस नदी का कुछ अंश झील से होकर एक बहुत ही खूबसूरत झरने के रूप में बाहर निकलती है। पवित्र झील की परिक्रमा (तीन बार) करने से पहले झील में स्‍नान करके संगमरमर से निर्मित भगवान शिव की चौमुख वाले मूर्ति की पूजा अर्चना की जाती है। कैलाश पर्वत की चोटि पर चट्टान के आकार में बने शिवलिंग का इस यात्रा में पूजा की जाती है। अगर मौसम उपयुक्‍त रहता है तो तीर्थयात्री भगवान शिव के इस मूर्ति का दर्शन लाभ लेते हैं।