अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में HPCA ने हाइब्रिड पिच टेक्नोलॉजी का अपनाने की पहल की है। इसके चलते स्टेडियम में पिचों,गेंदबाजों के दौड़ने वाली जगह और प्रैक्टिस एरिया में इसका प्रयोग भी किया है।
इस खास तरह की हाइब्रिड पिच टेक्नोलॉजी से मैदान में प्राकृतिक घास को ज्यादा देर तक बचाया जा सकता है। वहीं, इससे यहां पर खेल को लंबे समय तक खेला जा सकता है। एचपीसीए की क्रिकेट के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए हाइब्रिड पिच टेक्नोलॉजी की प्रयोग किया गया है। इसके इस्तेमाल के बाद अब लगातार खेले के बाद भी मैदान की घास खराब होने का खतरा भी कम होगा।
नई तकनीक में प्राकृतिक घास को सिंथेटिक फाइबर के साथ लगाया जाता है। जिसके मैदान में रेत की सतह का मजबूती मिली है और मैदान घास लंबे समय तक सुरक्षित रहती है।
HPCA के सचिव अवनीश परमार ने कहा कि धर्मशाला स्टेडियम में 2022 में एडवांस सब एयर सिस्टम स्थापित किया गया था। अब इसमें हाइब्रिड पिच टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जा रहा है।
स्टेडियम में एसआईएस हाइब्रिड पिच तकनीक का परीक्षण नेट के भीतर अभ्यास पिचों और चार विकेटों के साथ-साथ मैदान के परिधीय क्षेत्रों में इसका प्रयोग किया गया है। प्रदेश के अन्य मैदानों में भी इस तकनीक का प्रयोग किया जाएगा।
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