मरम्मत कार्य के लिए बंद किया गया धर्मशाला-मेक्लोडगंज रोपवे बुधवार से फिर पर्यटकों और आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। रोपवे को आवश्यक मरम्मत और रख-रखाव के चलते 25 जनवरी से एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया था। उद्घाटन के एक सप्ताह के भीतर ही रोपवे बंद करने को लेकर राजनीति भी गर्माने लगी थी लेकिन आज से रोपवे पुन: पर्यटकों के लिए शुरू कर दिया है।
बुधवार को प्रदेश और बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों को रोपवे का सुहाना सफर अपनी तरफ आकर्षित करता हुआ नजर आया। इस दौरान रोपवे की सैर करने वाले पर्यटकों ने अपने अनुभवों को भी साझा किया। किन्नौर से घूमने आए टशी नेगी तथा बलविन्द्र नेगी ने बताया कि यूं तो किन्नौर में घूमने के लिए अनेकों आकर्षक पर्यटन स्थल हैं लेकिन धर्मशाला से मक्लोडगंज तक का रोपवे द्वारा किया गया सफर अपने आप में अनूठा और रोमांचकारी था। इसी तरह से पंजाब के लुधियाना के हरमनीत ने भी अपने परिवार के साथ रोपवे के सुहाने सफर की कहानी बयां करते हुए कहा कि धर्मशाला हम पहले भी कई बार आए हैं लेकिन इस बार रोप वे ने उनकी यात्रा को अविस्मरणीय बना दिया है। उन्होंने कहा कि हमें यहां आकर एक सुखद अनुभव महसूस हुआ है। हम आभार प्रकट करते हैं प्रदेश के मुख्यमंत्री का जिनके प्रयासों से आज धर्मशाला में रोपवे का निर्माण हुआ है।
बता दें कि धर्मशाला रोपवे का शिलान्यास जनवरी, 2018 में किया गया था जिसका कार्य माह जनवरी, 2022 में पूरा हुआ। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 19 जनवरी, 2022 को इसका शुभारंभ किया। इस रोपवे में 18 झूले हैं और एक तरफ का किराया 300 रुपये निर्धारित किया गया है जबकि आने जाने का किराया 500 रुपये निर्धारित किया गया है। तीन साल तक के बच्चों के लिए यह सुविधा निःशुल्क है। धर्मशाला से मेक्लोडगंज जाने के लिए मात्र 6 से आठ मिन्ट का समय लग रहा है। इस रोपवे की व्यवस्था के लिए कंपनी के 30 अधिकारी/कर्मचारी अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
इस रोपवे की एक ट्राली में 8 संवारियां ले जाने की क्षमता है लेकिन कोविड के कारण 4 से 6 सवारियां ही ले जाई जा रही हैं। सर्दियों में सर्विस टाईम सुबह 9 बजे से सांय 6 बजे तक है जबकि गर्मियों में पर्यटक सीजन के चलते इसे बढ़ाया जा सकता है। धर्मशाला में रोपवे एथोरिटी द्वारा चार मंजिल भवन का निर्माण किया गया है जिसमें धरातल की दो मंजिलों में पार्किग की व्यवस्था की गई है। जिसमें एक समय में 40 के करीब गाड़िया खड़ी हो सकती हैं। धर्मशाला से मेक्लोडगंज के लिए सरकार के प्रयासों से तैयार रोपवे में रोजाना एक हजार से ज्यादा पर्यटक विभिन्न शिफ्टों में आनंद ले सकते हैं। उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि रोप वे को लेकर लोगों में काफी उत्सुकता है। उन्होंने कहा कि पर्यटकों की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखने के निर्देश रोपवे संचालकों को दिए गए हैं।
Fatal Accident in Rohru Chidgaon: शिमला जिले के रोहड़ू-चिड़गांव क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसे…
एचपीयू चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम (आईटीईपी) शुरू करने की तैयारी में है। यह…
Ashish Chaudhary marriage with Imunagambi: अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज सुंदरनगर के आशीष चौधरी ने मणिपुर की इमुनागांबी…
हिमाचल प्रदेश की क्रैक अकादमी 6,800 युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की निशुल्क तैयारी करवाने के…
75th Constitution Day: जिला भाजपा हमीरपुर की उपाध्यक्ष उषा बिरला ने 75वें संविधान दिवस पर…
TCP Unauthorized Construction: हिमाचल प्रदेश के नगर एवं ग्राम नियोजन (टीसीपी) अधिनियम 1977 के तहत…