पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रो. राज बहादुर के साथ पंजाब सरकार के स्वास्थ्य मंत्री द्वारा किया गया व्यवहार अनुचित और निंदनीय है. प्रो. राज बहादुर ने सारा जीवन गंभीर रोगों से पीड़ित बीमार व्यक्तियों के स्वास्थ्य लाभ के लिए लगाया है. रविवार को हमीरपुर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में वरिष्ठ भाजपा नेता पूर्व मुख्यमंत्री प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल ने पंजाब में आप सरकार के स्वास्थ्य मंत्री द्वारा किए गए प्रोफेसर राजबहादुर से अनुचित व्यवहार की कड़ी निंदा करते हुए यह बात कही है.
उन्होंने कहा कि प्रो. राज बहादुर बाबा फरीद चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति के अलावा शिक्षाविद, प्रसिद्ध स्पाइनल सर्जन हैं. हिमाचल से सम्बंध रखने वाले प्रो. राज बहादुर न केवल भारत में बल्कि दुनियाभर में एक बहुत वरिष्ठ और सम्मानित डाक्टर हैं. इस तरह की घटनाएं चिकित्सकों के मनोबल और गरिमा को कम करने के साथ सरकारी संस्थानों से पलायन को मजबूर करती हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा की स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रोफेसर राजबहादुर का योगदान अभूतपूर्व है ऐसे व्यक्ति का यदि पंजाब सरकार और उसके मंत्री सम्मान नहीं कर सकते तो उनका अपमान भी उन्हें नहीं करना चाहिए. पंजाब की आप पार्टी की सरकार को ऐसा व्यवहार करने वाले मंत्री को अपने मंत्रिमंडल से बाहर करना चाहिए.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रोफेसर राजबहादुर का अपने मरीजों के प्रति समर्पण का क्या भाव है. इस बात का अंदाजा यहीं से लगाया जा सकता है कि वाइस चांसलर के पद से इस्तीफा देने के बाद वह वह अपने मरीजों का इलाज कर रहे थे और उन्होंने कहा कि वह एक ऑपरेशन करके आए हैं अभी दूसरा ऑपरेशन उन्होंने करना है.
उन्होंने कहा कि ऐसे घटनाक्रम निष्ठा से कार्य करने वाले चिकित्सकों के आत्मसम्मान पर ठेस पहुँचाने और मनोबल को गिराने का काम करते हैं और इस तरह के घटनाक्रम की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है.