कांगड़ा जिला में आपदा प्रबंधन को लेकर सभी शैक्षणिक संस्थानों में 04 अप्रैल कोमाॅक ड्रिल आयोजित की जाएगी। यह जानकारी देते हुए जिलाधीश हेमराज बेरवा ने बताया कि इस बाबत सभी उपमंडलाधिकारियों, शिक्षा उपनिदेशक उच्च शिक्षा तथा प्रारंभिक शिक्षा को माॅक ड्रिल के आयोजन को लेकर दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
जिलाधीश ने बताया कि कांगड़ा जिला में 04 अप्रैल 1905 को भूकंप के कारण 20 हजार लोगों ने जान गंवाई थी जबकि एक लाख से भी ज्यादा भवन क्षतिग्रस्त हुए थे इस तरह की आपदा की स्थिति से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन पर विशेष बल दिया जा रहा है ताकि आपदा की स्थिति में नुक्सान को कम किया जा सके।
जिलाधीश ने बताया कि जिला स्तर तथा उपमंडल स्तर पर आपदा प्लान तैयार किए गए हैं इसके साथ ही स्कूलों, अस्पतालों में भी आपदा प्लान तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी स्तर पर नुक्सान को कम किया जा सके।
उन्होंने कहा कि इसी आपदा प्रबंधन प्लान को परखने के लिए नियमित तौर पर माॅकड्रिल का आयोजन किया जाता है ताकि आपदा के दौरान आपदा प्रबंधन प्लान के हिसाब से कार्य किया जा सके और संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को किसी तरीके से आपदा की स्थिति से निपटना है उसका भी अभ्यास हो सके।
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