अक्सर सुर्खियों में रहने वाला सिविल अस्पताल पांवटा साहिब एक बार फिर सुर्खियों में है। अब एक और अनदेखी का मामला सामने आया है। सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में स्वास्थ्य व्यवस्था सुधरने की बजाय बिगड़ती ही जा रही है। रात दो बजे आपातकाल में पहुंचे शुगर के मरीज विकास बंसल सुबह आठ बजे तक आपातकाल में पड़े रहे, लेकिन नाइट ड्यूटी पर तैनात डाक्टर उन्हें देखने तक नहीं आए।
इतना ही नहीं, इमरजेंसी 108 में पहुंचे मरीज विकास बंसल ने बताया कि परसों रात 2 बजे उनकी शूगर 40 हो गई और बीपी 190/100 तक चला गया। उन्होंने 108 को फोन कर उनकी खराब हालत की सूचना दी और अपनी पत्नी के साथ सिविल अस्पताल पहुंचे, जहां पर डॉक्टर ने नीचे आकर उन्हें देखने से मना कर दिया, बल्कि नर्स को और उनकी पत्नी अस्पताल की तीसरी मंजिल पर सो रहे डाक्टर को जाकर उनकी रिपोर्ट दिखाई। उसके बावजूद भी मरीज को देखने आपातकाल में नहीं आए।
लापरवाहियों की लंबी फेहरिस्त के बावजूद आज तक किसी डॉक्टर और अन्य स्टाफ पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। शायद यही कारण है कि डॉक्टर और अस्पताल स्टाफ बेखौफ होता जा रहा है।