धर्मशाला में बन रहे आईजी भवन के निर्माण को रुकवाने की जंग में अब स्थानीय बुजुर्ग भी कूद पड़े हैं। भवन निर्माण रोकने के लिए शहर के सीनियर सिटीजन ने डीसी कार्यालय धर्मशाला में धरना शुरू कर दिया है। इस दौरान कई संस्थाओं के सदस्यों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है।
जानकारी के अनुसार, जिस आईजी भवन के निर्माण कार्य को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संज्ञान लेने के बाद भी नहीं रोका गया, उसे रुकवाने का जिम्मा अब धर्मशाला के बुजुर्गों ने उठाया है। निर्माण कार्य रुकवाने की जंग में प्रदेश तथा सेना के बड़े औहादों से रिटायर हुए अधिकारी और कर्मचारी भी अब खुल कर सामने आए हैं।
धरने पर जन चेतना मंच के सदस्यों सहित अन्य बुजुर्गों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। इस दौरान उन्होंने रोष जाहिर करते हुए कहा कि वे किसी भी सूरत में बास्केटबाल कोर्ट को उखाड़ कर बनाए जा रहे आईजी भवन के निर्माण को पूरा नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि अभी तो वे शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं, अगर जरूरत पड़ी तो वे उग्र आंदोलन करने से भी गुरेज नहीं करेंगे।
यह था मामला
पुलिस ग्राउंड धर्मशाला के सामने आईजी भवन का निर्माण कार्य कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में शुरू हुआ। यहां पर बास्केटबाल कोर्ट को उखाड़ कर आईजी भवन का निर्माण कार्य शुरू किया, जिस पर खेल प्रेमियों और स्थानीय लोगों ने ऐतराज जताया और वे धर्मशाला में आयोजित पुलिस मीट के दौरान उठाया। इस पर तत्कालीन सीएम वीरभद्र सिंह ने मंच से ही निर्माण कार्य को रोकने की बात कही। इसके बाद सत्ता परिवर्तन होते ही इस आईजी भवन का निर्माणकार्य पुनः शुरू हो गया, जिसका अब शहर के लोग विरोध कर रहे हैं।