धर्मशाला: राज्य में स्कूली स्तर से ही बच्चों को गुणात्मक शिक्षा देने के उद्देश्य से राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूलों का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में सरकार द्वारा इसका निर्माण करवाया जाएगा। प्रथम चरण में प्रदेश में 13 राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल के निर्माण के लिए प्रदेश मंत्रीमंडल ने स्वीकृति दे दी है, जिनमें से 6 स्कूल जिला कांगड़ा में बनेंगे। जिला कांगड़ा में डे-बोर्डिंग स्कूलों के निर्माण के लिए चयनित भूमि का निरीक्षण करते हुए शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने यह बात कही। अपने जिला कांगड़ा प्रवास के दूसरे दिन शिक्षा मंत्री ने आज बुधवार को नगरोटा बगवां, पालमपुर, जयसिंहपुर और ज्वालामुखी में डे-बोर्डिंग स्कूल के लिए भूमि का निरीक्षण किया। इस दौरान विधायक नगरोटा बगवां रघुबीर सिंह बाली, विधायक पामलपुर आशीष बुटेल, विधायक जयसिंहपुर यादविंदर गोमा और विधायक ज्वालामुखी संजय रतन उनके साथ रहे।
चयनित स्थलों में जल्द शुरु होगा निर्माण कार्य
शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के जिला कांगड़ा से विशेष लगाव के चलते यहां सबसे अधिक स्कूलों को स्वीकृति मिली है। उन्होंने कहा कि इसी हेतु से मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार वे स्वयं जिला कांगड़ा में डे-बोर्डिंग स्कूलों के निर्माण के लिए भूमि देखने और निर्माण स्थल को सुनिश्चित करने यहां आए हैं। रोहित ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार जल्द ही चयनित स्थानों पर शिलान्यास कर डे-बोर्डिंग स्कूल के निर्माण का कार्य शुरु किया जाएगा।
यहां किया भूमि का अवलोकन
रोहित ठाकुर ने आज डे-बोर्डिंग स्कूल के निर्माण के लिए नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र के रनूह में 124 कनाल, पालमपुर के कमलेहड़ में 50 कनाल, जयसिंहपुर के सौल बनेहड़ में 104 कनाल और ज्वालामुखी के लाहड़ू में 55 कनाल भूमि का अवलोकन किया। वहीं अपने दौरे के पहले दिन रोहित ठाकुर ने जवाली विधानसभा के ठंगर में लगभग 53 कनाल, फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के मंजार में 80 कनाल और शाहपुर के डोहब में लगभग 76 कनाल भूमि डे-बोर्डिंग स्कूल के निर्माण के लिए देखी।
स्टेट ऑफ आर्ट स्कूल बनकर होंगे तैयार
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूलों में सभी अत्याधुनिक सुविधाओं और व्यवस्थाओं से बच्चों के समग्र विकास पर जोर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सभी स्टेट ऑफ आर्ट स्कूल बनकर तैयार होंगे। उन्होंने कहा कि लगभग 70 करोड़ की लागत से इन स्कूलों का चरणबद्ध तरीके से निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बच्चों के सम्पूर्ण विकास हेतु पढ़ाई के साथ-साथ अन्य गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस हेतु इन डे-बोर्डिंग स्कूलों में कुल क्षेत्र का लगभग एक तिहाई हिस्सा खेल गतिविधियों और खेल इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण के लिए उपयोग किया जाएगा। जहां पर फुटबॉल मैदान, हॉकी मैदान सहित इंडोर स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर पांचवी कक्षा से शुरू होकर इन्हें बाद में बारहवीं कक्षा तक स्तरोन्नयन किया जाएगा।
बलधर में किया आईटीआई निर्माण स्थल का निरीक्षण
इससे पूर्व शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र के बलधर में बनने वाले राजकीय स्टेट ऑफ दी आर्ट औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के निर्माण स्थल का दौरा किया। स्थानीय विधायक आर.एस बाली इस दौरान उनके साथ रहे। उन्होंने बताया कि बलधर में लगभग 20 कनाल भूमि पर 10.78 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक आईटीआई बनकर तैयार होगी। उन्होंने बताया कि चार मंजिला इस औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में नौ बड़े क्लासरूम, चार अत्याधुनिक कार्यशालाएं, एक बड़ा बहुउद्देशीय हॉल, एक ड्राइंग रूम, एक बड़ी कंप्यूटर लैब, एक स्टोर और एक कैंटीन का निर्माण प्रस्तावित है। शिक्षा मंत्री ने विभाग से सभी औपचारिकताएं पूर्ण कर आईटीआई बलधर के निर्माण कार्य को जल्द शुरू करने के निर्देश दिए।
शिवनगर कॉलेज के निर्माण कार्य का लिया जायजा
शिक्षा मंत्री ने जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र के शिव नगर में कॉलेज भवन के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। लगभग साढ़े चार करोड़ की लागत से बन रहे शिव नगर महाविद्यालय के निर्माण के लिए स्थानीय विधायक यादविंदर गोमा के आग्रह पर शिक्षा मंत्री ने 1.50 करोड़ अतिरिक्त देने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस कॉलेज का लगभग 85 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है तथा शेष को समय पर पूर्ण करने के निर्देश उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए। रोहित ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में कोई कमी नहीं आने देगी। उन्होंने कहा कि शिव नगर महाविद्यालय निर्माण के लिए यदि और भी राशि की आवश्यकता पड़ेगी, तो वे भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से की भेंट
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के जिला कांगड़ा के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के दौरे के दौरान विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से भेंट की। शिक्षा विभाग के विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों सहित अन्य लोगों ने उनके समक्ष अपनी समस्याओं को रख। शिक्षा मंत्री ने सभी प्रतिनिधि मंडलों की समस्याओं को सहानुभूति पूर्वक सुनते हुए, उनके समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में बनी सरकार विद्यार्थियों से लेकर शिक्षक और गैर-शिक्षक सहित शिक्षा क्षेत्र से जुड़े प्रत्येक वर्ग की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार संकल्पबद्ध है। इस अवसर पर निदेशक उच्च शिक्षा अमरजीत सिंह, उप निदेशक सुधीर भाटिया सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
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