बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति के कोर कमेटी की बैठक सोमवार को प्रेमदास चौधरी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई. जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार बनने पर हार्दिक बधाई दी गई और आशा वयक्त की गई कि पूर्व की जयराम सरकार जो एकतरफा फैसला लेकर बल्ह की उपजाऊ जमीन को बर्बाद करके अपने ड्रीम एयरपोर्ट प्रोजेक्ट को पूरा करने पर आमादा हो गई थी.
लेकिन नई सरकार ने बल्ह के किसानों की जनसुनवाई व सामाजिक सर्वे हेतु एस आर एशिया संस्था को कार्यभार दिया गया. जिसका समिति स्वागत करती हे और आशा व्यक्त करते हे बल्ह के किसानों की आजीविका का इकलौता स्त्रोत होने के नाते प्रस्तावित हवाई अड्डे को किसी दूसरी जगह गेर उपजाऊ भूमि पर बनाया जायेगा और इस क्षेत्र की रक्षा की जाएगी.
सचिव नन्द लाल वर्मा ने बताया कि जयराम सरकार से बल्ह के किसान पिछले 4 साल से लगातार केंद्र सरकार ब राज्य सरकार को इसका स्थान दूसरी जगह बदलने कि मांग करते आ रहे थे.
क्योंकि प्रस्तावित हवाई अड्डे से 10,000 जनसंख्या, 2000 किसान परिवारों का विस्थापन, 400 करोड़ का नकदी कृषि उत्पादन, फ्लड जोन एरिया, डोयडा जंगल (डीपीफ),सिंचाई व्यवस्था,पीने के पानी, 2500 मकान, हजारो पेड़, कृषि-उद्योग, तीन नदियां, संपर्क मार्ग, व्यापारिक ब शिक्षण संस्थान,कृषि मशीनरी आदि ख़तम हो जायेगी.
अधिकतर किसान प्रस्तावित हवाई अड्डे की वजह से भूमिहीन तथा विस्थापित हो जायेंगे और बल्ह क्षेत्र का नामोनिशान ही मिट जायेगा. बल्ह कि जनता जो नकदी फसले उगा कर जीवन चला रही है. उन्हें बेरोजगारी का दंश झेलना पड़ेगा.
पूरी तरह से तबाह हो जायेंगे तथा पुनर्स्थापना और पुनर्निवास की कोई नीति घोषित नहीं की गई है. इसके वाबजूद पिछली जयराम सरकार एकतरफा आगे बढ़ रही थी, इसलिए बल्ह के किसान कांग्रेस की अगुवाई में ठाकुर सुखविंदर से आग्रह करते है कि आजीविका का इकलौता स्त्रोत होने के नाते प्रस्तावित हवाई अड्डे को किसी दूसरी जगह गेर उपजाऊ भूमि पर बनाया जाये और इस क्षेत्र की रक्षा की जाए.