Doon Pahadi Conference: पांवटा साहिब, जिसे गुरु की नगरी के नाम से जाना जाता है, में पहली बार दून पहाड़ी सम्मेलन का भव्य आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के पहाड़ी लोग अपनी सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करेंगे। सम्मेलन की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं, और आयोजन स्थल पर भारी संख्या में लोगों के जुटने की उम्मीद है।
दून पहाड़ी संगठन के अध्यक्ष ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रूपमाला होगा, जिसमें करीब 5000 महिलाएं और पुरुष एक साथ रास्से लगाएंगे। इसके अलावा, इस आयोजन में पहाड़ी संस्कृति की झलक दिखाने के लिए नाटी, थोड़ा नृत्य, जातर, और अन्य पारंपरिक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
संगठन के सदस्यों ने मीडिया को बताया कि यह आयोजन पांवटा साहिब के इतिहास में पहली बार हो रहा है। इसका उद्देश्य स्थानीय पहाड़ी समुदायों के बीच आपसी भाईचारे को मजबूत करना और सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित करना है। आयोजन में हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों और उत्तराखंड के जौनसार-बाबर और गढ़वाल क्षेत्रों से 10,000 से अधिक लोगों के भाग लेने की संभावना है।