नौ व दस जुलाई को हुए बारिश बाढ़ के तांडव ने अकेले मंडी नगर में ही 18 करोड़ का नुकसान कर डाला है। नगर निगम मंडी ने इस नुकसान की भरपाई के लिए प्रदेश सरकार से सहायता की मांग की है।
शुक्रवार को नगर निगम मण्डी की साधारण बैठक उपमहापौर वीरेन्द्र भट्ट शर्मा की अध्यक्षता में नगर निगम कक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक में 9 व 10 जुलाई को ब्यास नदी के किनारे वार्डाें में हुए नुकसान की चर्चा की व सरकार से सहायता राशि मांगी गई।
नगर निगम क्षेत्र में 18 करोड़ के लगभग नुकसान हुआ है बैठक मे जलशक्ति विभाग व विद्युत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की भी प्रशंसा की जिन्होंने आपदा में युद्धस्तर पर कार्य करके जनता को राहत प्रदान की। नगर निगम क्षेत्र में प्रत्येक घर, दुकान व संस्थान का निरीक्षण किया जाएगा उनको कूड़े की शुल्क राशि की रसीद दिखानी अनिवार्य होगी।
निगम ने स्वच्छता के प्रति गम्भीर होते हुए कड़ा रूख अपनाया है। दिन रात आयुक्त व कर्मचारी नियमों को तोड़ने वालों के चालान कर रहे है। स्वच्छता कर्मीयों को प्रोत्साहन राशि समृति चिन्ह व प्रशंसा पत्र भी दिए जांएगे। 200 बैंच व 200 सौर उर्जा स्ट्रीट लाईट भी जनसुविधा हेतु ली जा रही है। निगम द्वारा पौधारोपण कार्य भी किया जायेगा, जिसमें फलदार व औषधीय पौधे लगाए जायेंगे। जिन घरों में सीवरेज सुविधा नही
उसके निपटारे के लिए कमेटी का गठन किया गया। जिन घरों व संस्थानों से कूड़ा अलग- अलग व नियमानुसार आयेगा उन पर स्मार्ट हाउस के स्टीकर लगाए जाएंगे।