स्वर्ग तो नहीं देखा, मगर स्वर्ग अगर कहीं है, तो यहीं हैं। डलहौजी के पास डैनकुंड की फ्लावर वैली इन दिनों इसी तरह रंग बिरेंगे फूलों की बगिया बनी हुई है। रोजाना सैंकड़ों की तादाद में दूर-दूर से लोग इस स्वर्ग को देखने के लिए पहुंच रहे हैं। जहां तक नजर जाए वहां तक खूबसूरत फूलों की चादर। जिला चंबा की पर्यटन नगरी डलहौजी में फ्लावर वैली के नाम से जाना जाने वाला पर्यटक स्थल डैनकुंड इन दिनों वाइट डेजी फूलों से गुलजार है। डैनकुंड की फ्लावर वैली पर्यटकों के आकर्षण का एक प्रमुख केंद्र बना हुआ है।
इन दिनों फ्लावर वैली का दृश्य बहुत ही मनमोहक हो गया है। डैनकुंड की पूरी घाटी फूलों से सजी हुई है। वाइट डेजी फूलों का सफेद और पीला स्वरूप हर किसी को अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है। प्राकृतिक जंगली फूलों से बिछा कालीन हर किसी का ध्यान खुद-ब-खुद अपनी तरफ खींच रहा हैं। बाहरी राज्यों से से फूलों की ओर रोजाना सैकड़ों पर्यटक यहां खींचे चले आ रहे हैं वहीं यहां का शांत वातावरण भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
पर्यटक यहां आकर प्रकृति की इस देन को ऐसे निहारते हैं, मानों इसमें खो गए हों। फूलों को करीब से देख अपने कैमरे में कैद कर रहे हैं। करीब डेढ़ किलोमीटर की ट्रैकिंग करके यहां एक काली माता जो पोहलानी माता के नाम से जानी जाती है, का मंदिर भी है जो स्थानीय लोगों में एक आस्था का प्रतीक है। यहां आने से जीवन ही महक उठता है, कहना कुछ गलत न होगा।
पर्यटन नगरी डलहौजी के फ्लावर वैली में यहां के वाइट डेजी फूल हर किसी को मोहित कर रहे हैं। गौरतलब है की पर्यटन नगरी डलहौजी का सबसे ऊंचा स्थान डैनकुंड है। जहां पर्यटकों का खूब जमावड़ा लग रहा है।