Follow Us:

कानून तोड़ने वाले रिटायर IAS हैं शानन, मोदी औऱ बीजेपी के खिलाफ कई मुहिम में रहे हैं शामिल

डेस्क |

हिमाचल के एक रिटायर आईएएस अधिकारी एक ओर हिमाचल में कानून तोड़ रहे है तो दूसरी ओर केन्द्र के ख़िलाफ़ मोर्चा खोले हुए है । ये अधिकारी एक बार फ़िर सुर्खियों में है तब आये जब लॉकडाउन और कर्फ़्यू  इन्होंने तोड़ा । जिसके ख़िलाफ़ इन पर मामला भी दर्ज़ हो चुका है। लॉकडाउन का उल्लंघन कर शानन अपने परिवार औऱ दोस्तों संग दिल्ली से वापस लौटे । ये वह वक़्त था जब देश का आम नागरिक  COVID -19 से बचाव के लिये सभी सरकारी गाइडलाइंस का पालन कर रहा था । ऐसे वक्त में ये अधिकारी शिमला में अपने घर कैसे पहुंच गया ? इससे भी बड़ा सवाल ये है कि लॉकडाउन के बीच इस व्यक्ति को दिल्ली से शिमला आने की इजाज़त कैसे और किससे मिली ?

दीपक शानन ने कानून को तोड़ने का सिलसिला शिमला में भी जारी रखा ।  शिमला में साहब अपने दोस्तों संग शाली टिब्बा घूमने निकल गए। अब "बकरे की मां कब तक खैर मनाती" ग्रामीणों के कहने पर कर्फ़्यू का उल्लंघन करते इनको पकड़ लिया गया। इन पर  22 अप्रैल को सुन्नी पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 188 और 269 और आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 51 के तहत मामला दर्ज हुआ है। शानन और उनकी बेटी के अलावा, उल्लंघन करने पर अरुण मलिक और माधव मल्होत्रा ​​सहित दो मामलों में 8 पर मामला दर्ज हुआ है। इनके ही पड़ोसी बताते है कि मशोबरा में इन्होंने अपनी कोठी जो की पहले अवैध रूप से होम स्टे के रूप में चलती रही उसमें कुछ लोगों को दिल्ली से लाकर ठहराया। जहां से ये हरियाणा नंबर की गाड़ी में घूमने निकले थे।

ये वही दीपक शानंन है जिनका नाम उन 50 नौकारशाहों में शामिल है  । जिन्होंने लोकसभा चुनावों के दौरान कठुआ और उन्नाव रेप मामले में पीएम मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार और भाजपा पर सवाल उठाए थे । इन मामलों को लेकर प्रधानमंत्री की चु्प्पी और देरी से जबाब देने के आरोप लगाए थे । इतना ही नही COVID -19 संकट में भी 101 पूर्व नौकरशाहों ने एक बार फिर से कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों को खुला पत्र लिखा है जिसमें  अल्पसंख्यकों के साथ उत्पीड़न ,हिंसा, घृणा और सामाजिक भेदभाव का ज़िक्र किया गया है।  पत्र में लिखा गया है कि कोरोना की खबरों में तब्लीकी जमात को टारगेट कर साम्प्रदायिक फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। इस पत्र में भी दीपक शानन के हस्ताक्षर हैं। इन दोनों पत्रों पर पूर्व हिमाचल अतिरिक्त मुख्य सचिव दीपक शानन के हस्ताक्षर 37 और 77 नंबर पर हैं।

इस बारे में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें मामले की पूरी जानकारी नहीं है। इस पर जानकारी के बाद वो अपनी प्रतिक्रिया दें पाएंगे। कई भाजपा नेता मामले में बोलने से कतराते भी नज़र आए  क्योंकि शानन साहब का भाजपा सरकारों के दौरान काफ़ी दबदबा रहा है ।