फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा समस्त हडडी रोगों के उपचार में विश्वस्तरीय सेवाएं प्रदान कर रहा है, वहीं अनुभवी सर्जनों के सहयोग से जटिल ऑर्थोपेडिक मामलों का सफल इलाज कर रहा है।
फोर्टिस कांगड़ा में विशेषज्ञों द्वारा हादसों में गंभीर घायलों का इलाज (ट्राॅमा केयर), ज्वाइंट रिप्लेसमेंट, ऑर्थोस्काॅपी तथा समस्त हड्डी रोगों का उपचार हिमकेयर में निःशुल्क प्रदान किया जा रहा है।
इस संबंध में आयोजित एक प्रेसवार्ता में ऑर्थो सर्जन डाॅ फैज़ अहमद ने कहा कि फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा में फै्रक्चर फिक्शेसन ऑर्थोस्काॅपी, लिगामेंट इंजरी, गठिया का इलाज, रीढ़ की हड्डी, डिस्क की सर्जरी, हाथों व पैरों के टेढ़ेपन का इलाज एवं किसी भी प्रकार के फ्रैक्चर का इलाज संभव है।
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के जोड़ों के दर्द को नजरअंदाज न करें। साथ ही हर व्यक्ति को शारीरिक व्यायाम, टहलना इत्यादि गतिविधियां करनी चाहिए। अपने वजन को लेकर भी सचेत रहें।
डाॅ फैज़ ने बताया कि फोर्टिस कांगड़ा में जटिल हड्डी रोगों का सफलतापूर्वक इलाज हो रहा है।
आम धारणा के अनुसार उम्रदराज व्यक्तियों के जोड़ों के दर्द को अर्थराइटस मानकर अनदेखी की जाती है, जबकि असलियत यह है कि अर्थराइटस के सौ से अधिक प्रकार हैं, जिनमें ऑस्टियो ऑर्थराइटिस, रयूमेटाॅयड ऑर्थराइटिस, नन-रुपेषिफिक इंफ्लेमेटरी ऑर्थराइटस, क्राॅनिक या एक्यूट इन्फेक्टिव ऑर्थराइटस इत्यादि शामिल हैं। डाॅ फैज़ के अनुसार घुटनों में दर्द ‘रिएक्शन’ (जलन) से होता है और ऑर्थराइटस से जोड़ों में क्षति पहुंचती है। इसका इलाज संभव है, लेकिन यदि ऑर्थराइटस से जोड़ों को क्षति पहुंचती है, तो उसका इलाज दवाइयों से संभव न होकर केवल घुटनों का प्रत्यारोपण ही है।
यदि मरीज को सामान्य रूप से चलने या दैनिक गतिविधियों के कारण परेशानी हो रही है या दर्द के कारण उसकी नींद खराब हो रही है, तो मुमकिन है कि मरीज को घुटनों के प्रत्यारोपण की आवश्यकता है।
डाॅ फैज़ ने बताया कि घुटनों की प्रत्यारोपण सर्जरी से पहले मरीज के उच्च रक्तचाप, डायबिटीज जैसी बीमारी का आकलन किया जाता है। आपरेशन में तकरीबन दो से तीन घंटे लगते हैं। हालांकि यह घुटनों में आॅर्थराइटस की गहनता पर भी निर्भर करता है। आमतौर पर ऑपरेशन के दो दिन बाद ही मरीज बैड से खड़ा होने की स्थिति में होता है। दो से तीन महीनों में व्यक्ति अपनी सामान्य गतिविधि में पूरी तरह लौट आता है।
फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा के रिप्रेजेंटेटिव मैनेजमेंट दीपक लट्ठ ने कहा कि अस्पताल में हिमकेयर के तहत हर व्यक्ति का इलाज फ्री किया जा रहा है, जिसमें मरीज से किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाता और मरीज को इनडोर सुविधाएं निःशुल्क मुहैया करवाई जाती हैं।
दीपक लट्ठ ने कहा कि विकास पुरुष श्री जीएस बाली जी का सपना था कि हर व्यक्ति को बेहतरीन से बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं घर-द्वार पर मिलें, जिसके लिए फोर्टिस कांगड़ा हरसंभव प्रयास करता रहता है और आगे भी करता रहेगा।
इस अवसर पर फोर्टिस कांगड़ा के डायरेक्टर अमन सोलोमन, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट कर्नल डाॅ एसएस परमार, एचआर हैड राजीव ठाकुर एवं पब्लिक आउटरीच डिपार्टमेंट से शेखर कोहली मौजूद रहे।