ऐसी महिलाएं जो बच्चे को जन्म देने में सक्षम नहीं हैं या एक वर्ष तक प्रयास करते रहने के बाद भी अगर गर्भधारण नहीं होता, तो उसे इन्फर्टिलिटी कहते हैं। ऐसी महिलाओं को अब निराश होने की आवश्यकता नहीं है। फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा का इन्फर्टिलिटी क्लीनिक ऐसे मामलों में सफलतापूर्वक गर्भधारण के लिए बेहतरीन सेंटर है, जिसमें स्त्री रोग विशेषज्ञ डाॅ निशा मुंजाल अपनी सेवाएं प्रदान कर रही हैं। ये माहिर डाॅक्टर अब तक सैकड़ों दंपतियों को संतान सुख देने में कामयाब हो चुकी हैं।
इन्फर्टिलिटी पर जानकारी देते हुए डाॅ निशा मुंजाल ने कहा कि यह एक ऐसी बीमारी है, जिसके कारण महिलाओं के गर्भधारण में विकृति आ जाती है। आमतौर पर इन्फर्टिलिटी का सबसे सामान्य कारण मासिक चक्र में गड़बड़ी है, पर कई बार महिलाएं किसी दुर्घटनावश भी बच्चे को जन्म नहीं दे पाती हैं, तो कुछ महिलाएं पहले बच्चे के गर्भपात के कारण। ऐसे और भी कई कारण हैं, जिनसे महिलाएं मां नहीं बन पातीं, जैसे कोई अंदरूनी गंभीर चोट, हार्मोंस में बदलाव और हार्मोंस में अंतुलन भी महिलाओं में इन्फर्टिलिटी की स्थिति पैदा कर देता है।
डाॅ. निशा मुंजाल के अनुसार इन्फर्टिलिटी का पहला लक्षण है गर्भधारण में समस्या होना। हालांकि इन्फर्टिलिटी के अन्य कारण व लक्षण भी हो सकते हैं, लेकिन आमतौर पर अधिक उम्र में गर्भधारण करने वाली महिलाओं में इन्फर्टिलिटी के लक्षण पाए जाने की आशंका बढ़ जाती है।
हाई रिस्क प्रेग्नेंसी के बारे में बताते हुए डाॅ. निशा मुंजाल ने कहा कि ऐसी गर्भवती महिला जिसका एक से अधिक बार गर्भपात हो चुका हो और उसने काफी उपचार के बाद गर्भधारण किया हो, तो हाई रिस्क प्रेग्नेंसी की नौबत आ सकती है। गर्भ में एक से अधिक शिशु हो या फिर अगर शिशु का वजन निर्धारित वजन से कम हो तो भी हाई रिस्क प्रोग्नेंसी की स्थिति हो सकती है। डाॅ. निशा मुंजाल ने हाई रिस्क प्रेग्नेंसी के बारे में और जानकारी देते हुए कहा कि अगर गर्भवती महिला मधुमेह, उच्च रक्तचाप, टीबी, पीलिया आदि रोग से ग्रस्त हो तो भी उसे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन इन सभी तरह की जटिलताओं से जूझने में फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा का स्त्री रोग विभाग पूरी तरह से सक्षम है।
इसके अलावा फोर्टिस कांगड़ा की स्त्री रोग विशेषज्ञ डाॅ. निशा मुंजाल गर्भ धारण को बढ़ावा देने वाले आप्रेशन जैसे कि अंडाशय की ड्रिलिंग व सिस्ट निकालने जैसी सेवाएं कुशलता के साथ प्रदान कर रही हैं। वहीं गर्भाशय के अंदर की जांच, बिना टांके के गर्भाशय का निकालना, सभी प्रकार के दूरबीन एवं अन्य स्त्री रोग संबंधी आप्रेशन, दूरबीन द्वारा गर्भाशय निकालना, वृद्धावस्था के स्त्री रोग जैसे कि बच्चेदानी का बाहर आना व पेशाव रिसाव के लिए शल्य चिकित्सा तथा जाली द्वारा सुधार इत्यादि सेवाओं को प्रदान करने में इनकी महारत है।
Dhrobia village Development: कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र के चंगर क्षेत्र में विकास की एक नई कहानी…
High Court decision Himachal hotels: हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट से राज्य सरकार और पर्यटन विकास निगम…
NCC Day Dharamshala College: धर्मशाला स्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय (जीपीजीसी) में एनसीसी दिवस के उपलक्ष्य…
Kunzum Pass closed: हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति जिले को जोड़ने वाला कुंजम दर्रा…
Rahul Gandhi in Shimla: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केंद्र में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी…
Mother murders children in Noida: उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के बादलपुर थाना क्षेत्र…