इराक के मोसूल में आतंकियों के द्वारा मारे गए 4 हिमाचलियों के शव-अवशेष सोमवार को कांगड़ा पहुंच गए। शवों के अवशेषों को देर शाम अमृतसर से कांगड़ा लाया गया। फिलहाल एक शव नूरपुर और बाकी के तीन टांडा मेडिकल कॉलेज के शवगृह में रखे गए हैं। मंगलवार को इन अवशेषों को उनके परिजनों के हवाला किया जाए।
सोमवार को विदेश राज्यमंत्री रिटायर्ड जनरल दीपक कपूर की अगुवाई में 38 भारतीयों के शवों के अवशेषों को अमृतसर लाया गया। इनमें से 4 हिमाचलियों के अवशेषों के लिए पहले ही खाद्य आपूर्ति मंत्री किशन कपूर और कांगड़ा के डीसी संदीप कुमार अमृतसर पहुंचे हुए थे। शव-अवशेषों को लेने के बाद एंबुलेंस के जरिए इन्हें कांगड़ा लाया गया। इराक में मारे गए लोगों के परिजन पिछले 2 सप्ताह से उनके शव-अवशेषों का इंतजार कर रहे थे।— बाकी ख़बर विज्ञापन के नीचे है, कृपया सक्रॉल करें…
गौरतलब है कि इराक में काम करने गए हिमाचल के 4 लोगों समेत देश के 39 नागरिकों को खूंखार आतंकी संगठन ISIS ने बंधक बनाया और उन्हें मार डाला। 2014 में ही इन नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया गया। लेकिन, घटना के साढ़े तीन साल बाद सरकार ने माना कि सभी 39 नागरिक मार दिए गए हैं और उनके डीएनए के जरिए शवों की पहचान की गई है। हालांकि, जब वीके सिंह इराक पहुंचे तो वहां पर एक नागरिक के शव की पुष्टि नहीं हो पाई। लिहाजा, 38 नागरिकों के ही शव भारत आ पाए।