देश की राजधानी नई दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को होने वाले जी-20 सम्मेलन के चलते हिमाचल का सेब आजादपुर सब्जी मंडी नहीं जाएगा। सेब की गाड़ियों को गुरुवार से लेकर 10 सितंबर तक दिल्ली जाने की अनुमति नहीं होगी।
सेब को दिल्ली भेजने के लिए आने वाली समस्या को देखते हुए बागवानों ने तुड़ान रोक दिया है। प्रदेश में इन दिनों सेब का सीजन जोरों पर है। वीरवार को दिल्ली की आजादपुर मंडी के लिए सेब की गाड़ियां नहीं गईं। कुल्लू से जाने वाली गाड़ियां तीसरे दिन दिल्ली की आजादपुर मंडी पहुंचती हैं। हालांकि यूपी, बिहार, पश्चिमी बंगाल की मंडियों के लिए जाने वाली खेप बिना किसी बाधा के जारी रहेगी।
इन राज्यों की छोटी-छोटी मंडियों सेब की काफी अधिक खरीद होती है। ऐसे में सूबे की सब्जी मंडियों में आए हुए व्यापारी बागवानों से सेब खरीदकर दिल्ली की बजाय अन्य मंडियों में भेज सकते हैं। कुल्लू की सब्जी मंडी बंदरोल, सब्जी मंडी पतलीकूहल, भुंतर, शाट में मिलाकर करीब 80,000 से 90,000 सेब क्रेट हर दिन आ रहे हैं। कुल्लू से करीब छोटे-बड़े 500 वाहन सेब लेकर बाहरी मंडियों के लिए निकल रहे हैं। जी-20 सम्मेलन में कड़ी सुरक्षा को देखते हुए सेब दिल्ली भेजने वाली बागवानों को इंतजार करना होगा।
कुल्लू में करीब 40 फीसदी बागवान सेब को कमीशन एजेंटों के माध्यम से दिल्ली की आजादपुर मंडी में बेचते हैं। दिल्ली की आजादपुर सब्जी मंडी में एसबीटी फ्रूट कंपनी के कुल्लू के जिला प्रतिनिधि नरेश राणा ने कहा कि दिल्ली की आजादपुर मंडी में सेब के लदे वाहनों की आवाजाही 10 सितंबर तक बंद रखी गई है। इसलिए कुल्लू से दिल्ली की आजादपुर सब्जी मंडी जाने वाले सेब के ट्रक 11 सितंबर को ही मंडी में जा सकेेंगे।