संघ भारत की आंतरिक कमजोरियों को दूर कर शांति पर करेगा कार्य

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  • भारत की आंतरिक कमजोरियों को दूर कर शांति पर कार्य करेगा संघ

  • स्वतंत्रता सेनानी महारानी अवका के जीवन से प्रेरणा लेकर कार्य किया जाएगा

  • संघ के कार्यों पर अखिल भारतीय महासभा में चर्चा, विभिन्न प्रस्ताव पारित


RSS  Conference: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) हिमाचल प्रांत के सह क्षेत्र कार्यवाह डॉ. किस्मत कुमार ने कहा कि संघ भारत की आंतरिक कमजोरियों को दूर कर शांति स्थापित करने की दिशा में कार्य करेगा। यह विचार उन्होंने धर्मशाला में आयोजित पत्रकार वार्ता में व्यक्त किए। उन्होंने बताया कि हाल ही में 21 से 23 मार्च तक बेंगलुरु में आयोजित अखिल भारतीय महासभा में इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया गया।

उन्होंने कहा कि महासभा में भारत के विभिन्न विषयों पर विस्तृत मंथन किया गया। इस बार संघ के प्रस्ताव में इसके स्थापना वर्ष में इसकी आवश्यकता पर चर्चा की गई और यह संकल्प लिया गया कि संघ पूरी दुनिया को सुख और शांति की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए कार्य करेगा। संघ की ओर से हिंदू समाज को जागरूक करने के लिए भी संकल्प लिया गया है।

डॉ. किस्मत कुमार ने कहा कि देश में भाषाई विवाद भी देखने को मिलते हैं, खासकर तमिल में आंदोलन चल रहे हैं। ऐसे में संघ सभी भाषाओं को राष्ट्रीय मानकर कार्य कर रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि बांग्लादेश में हिंदू समाज की संख्या तेजी से घटी है। जहां कभी 28 फीसदी हिंदू समाज था, अब वह नगण्य रह गया है।

उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी संघ के कार्य चल रहे हैं। महाकुंभ में संघ ने “हरित कुंभ” अभियान चलाया, जिसके तहत 45 दिनों तक पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया गया। इसमें 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पहुंचे और संघ ने 14 लाख थैले वितरित किए, जिनमें स्टील के बर्तन उपलब्ध करवाए गए। इससे 125 करोड़ रुपये की बचत हुई और गंगा नदी व पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया गया।

इसके अलावा, महाकुंभ में नेत्र चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया गया, जिसमें लाखों लोगों का इलाज किया गया। संघ ने इस दौरान विभिन्न सामाजिक और पर्यावरणीय गतिविधियों को बढ़ावा दिया, जिससे समाज को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाने का प्रयास किया गया।