प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में अब क्लर्क का काम भी सुरक्षा गार्ड कर रहे हैं। जहां गार्ड को सुरक्षा का जिम्मा संभालना चाहिए था, वहीं काउंटर पर बैठकर मरीजों की फीस काट रहे हैं।
यह कारनामा आईजीएमसी के एसआरएल लैब में सामने आया है। काउंटर पर बैठकर मरीजों की फीस काटने का काम कर रहा है। आईजीएमसी में ऐसा मामला पहली बार सामने नहीं आया, बल्कि यहां रोजाना ही गार्ड काउंटर पर बैठ जाते हैं।
सवाल तो यह है कि गार्ड को काउंटर पर फीस काटने के लिए रखा गया है या फिर उन्हें सुरक्षा का जिम्मा दिया गया है। अगर सुरक्षा गार्ड को काउंटर पर फीस काटनी पड़ रही है, तो जिन क्लर्क या एकाउंटेंट को इस काम के लिए अस्पताल प्रशासन ने तैनात किया गया है, वे कहां हैं?
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हैरानी की बात तो यह है कि प्रशासन की नींद भी इसको लेकर खुलती नजर नहीं आ रही है। प्रशासन बिल्कुल भी गंभीर होता नजर नहीं आ रहा है। आईजीएमसी में कौन से कर्मचारी किस जगह पर काम कर रहे हैं, इसका भी प्रशासन को कोई पता नहीं है।
अस्पतालों में कई बार हो चुकी है चोरी
आईजीएमसी में इससे पहले कई बार चोरी के प्रयास हुए हैं, जिसका अभी तक पता नहीं चल पाया की आखिर में अस्पताल में चोरी कौन करता है। सुरक्षा गार्ड पर पहले भी कई बार सवालिया निशान लग चुके हैं। एक सुरक्षा गार्ड को तो कुछ दिन पहले रात के समय में ड्यूटी न देने पर सस्पेंड भी किया जा चुका है। अस्पताल में जो सुरक्षा गार्ड हैं, या तो वे ड्यूटी में लापरवाही बरतते नजर आते हैं या फिर उनसे दूसरे काम कराए जा रहे हैं।