माता पिता का इकलौता बेटा, बहन का इकलौता भाई ड्यूटी के दौरान शहीद हो गया. जैसे ही ये शहादत की खबर परिजनों को मिली तो पूरा गांव शोक में डूब गया. आपको बता दें कि कांगड़ा जिला के नगरोटा बगवां के लिली गांव का रहने वाले 24 वर्षीय जवान हैप्पी सिंह गलेशियर में अपनी सेवाएं देते-देते शहीद हो गया.
जानकारी के मुताबिक शहीद जवान के गांव में सेना के अधिकारी ने सूचना दी कि आपके गांव का एक जवान शहीद हो गया है. ड्यूटी के दौरान जवान की तबीयत बिगड़ गई थी और उन्हें चंडीगढ़ ले जाने की तैयारी की जा रही थी लेकिन इससे पहले ही जवान शहीद हो गए. शहीद के माता-पिता को चंडीगढ़ आने के लिए ही कहा गया था.
लेकिन उन्हे क्या पता था कि सोमवार को उनके लाडले बेटे की शहीद होने की खबर आ जाएगी. जिसके बाद शहीद के माता-पिता अपने गांव वापिस लिली आ गए. शहीद हैप्पी अविवाहित था. जिसके लिए मां ने कई सपने संजोए होगे जो अब कभी पूरे नहीं होगें.
शहीद 4 साल से सेना में अपनी सेवाएं दे रहे थे और ग्लेशियर गए उन्हें केवल 6 महीने ही हुए थे. 26 पंजाब में सेवारत शहीद जवान पिछले करीब डेढ़ वर्ष से लेह बॉर्डर पर तैनात था। मिली जानकारी के अनुसार हैप्पी की ग्लेशियर में तीन दिन पहले ब्रेन हैमरेज होने से तबीयत खराब हो गई थी.
हैप्पी 8 मार्च 2020 को 26 पंजाब में भर्ती हुए थे. लेह में खराब मौसम की वजह से पार्थिव देह को लाने के लिए मुश्किल हो रही है। अधिकारी के अनुसार, जैसे ही मौसम ठीक होगा, विमान से हैप्पी की पार्थिव देह को उनके घर ले जाया जाएगा और जिसके बाद राजकीय सम्मान से उनका अंतिम संस्कार किया जाएंगा.