स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने आज यहां पंडित जवाहर लाल नेहरु राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय एवं अस्पताल, चम्बा की रोगी कल्याण समिति के शासी निकाय की तीसरी बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में चिकित्सा सेवाओं को और बेहतर बनाने तथा सरकार द्वारा संचालित विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन पर चर्चा की गई।
बैठक में वित्तीय वर्ष 2023-2024 के लिए रोगी कल्याण समिति की प्राप्ति एवं व्यय का बजट अनुमान भी पारित किया गया। इसके अलावा निजी कॉलेज और राज्य के बाहर के एमबीबीएस छात्रों के लिए इंटर्नशिप शुल्क, विदेश से एमबीबीएस करने वाले छात्रों के लिए एक्सटर्नशिप शुल्क, आयुर्वेदिक कॉलेज के छात्रों के लिए अवलोकन (ऑब्जर्वेशन) शुल्क और विभिन्न विभागों में नर्सिंग, पैरा मेडिकल, फिजियोथेरेपिस्ट और आहार विशेषज्ञ आदि जैसे क्षेत्र के लिए प्रशिक्षण शुल्क में संशोधन किया गया।
बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य संस्थानों या अन्य स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे के निर्माण, चिकित्सा उपकरणों की खरीद सहित वर्तमान में चल रही स्वास्थ्य संबंधी परियोजनाओं को चरणबद्ध तरीके से शीघ्र पूरा करने की आवश्यकता पर बल दिया.
ताकि प्रदेशवासियों के लिए विश्व स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हो सकें। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में प्रक्रियाओं का सरलीकरण किया गया है और पोस्टमार्टम इत्यादि में अनावश्यक देरी के दृष्टिगत प्रभावित परिवारों को होने वाली परेशानियों को दूर करने के उद्देश्य से उचित कदम उठाए गए हैं।
वहीं सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यदि दुर्घटना पीड़ितों का शीघ्र पता लगाया जा सके और समय पर प्राथमिक उपचार दिया जाए तो कई बहुमूल्य जिंदगी बचाई जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में लोगों की जान बचाने के लिए सभी संबंधित विभाग मिलकर प्रभावी योजना बनाएंगे।
इस अवसर पर स्वास्थ्य सचिव एम. सुधा देवी शिमला में जबकि चम्बा से विधायक नीरज नैय्यर तथा उपायुक्त चम्बा अपूर्व देवगन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने वर्चुअल माध्यम से बैठक में भाग लिया।