हिमाचल के स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने ज्वालामुखी के क्षेत्रीय अस्पताल का निरीक्षण किया। मातृ छाया में चल रहे क्षेत्रीय अस्पताल का निरीक्षण कर परमार ने पाया कि वहां आने वाले मरीजों व उनके तिमारदारों को बेसिक सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं। अस्पताल में न तो सफाई की उचित व्यवस्था है, कमरों के फर्श टूटे है दीवारें सीलन से भरी है। स्टाफ की कमी डॉक्टरों का अभाव है, ऑपरेशन थियेटर भी नहीं है। मरीजों के कमरों में बुरा हाल है, बिजली पानी की भी व्यवस्था ना के बराबर है।
निरीक्षण के दौरान अस्पताल की खस्ता हालत को देख कर विपिन परमार ने जल्द ही संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा है। परमार ने सीएमओ धर्मशाला केसी डोगरा, बीएमओ ज्वालामुखी से तुरंत जवाब देने को कहा और मरीजों को हर संभव सुविधाएं देने को कहा है। वहीं मरीजों ने भी हो रही परेशानियों को स्वास्थ्य मंत्री के सामने रखा।
आज परमार ने निरीक्षण के बाद मेडिकल आफिसर्ज को बेसिक सुविधाएं ठीक करने की हिदायत दी है, बाकी शिमला लौटने के बाद अगली कार्रवाई अमल में लाएंगे। परमार के साथ स्थानीय विधायक रमेश धवाला भी मौजूद रहे। इसके बाद परमार टांडा स्थित डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे। उन्होंने वहां की व्यवस्थाओं का भी बारीकी से मुआयना किया।