युग अपरहण व हत्याकांड मामले में गुरुवार को जिला अदालत फैसला सुना सकती है। इससे पहले केस में तीन बार फैसला टला था। बीती 24 जुलाई को हुई सुनवाई में कोर्ट ने फैसला नहीं सुनाया था। मामले में आरोपी तेजेंद्र, चंद्र और विक्रांत कि सजा पर अब गुरुवार 26 जुलाई को सुनवाई होगी। आरोपियों को सजा का इंतजार जहां युग के परिजनों को है। वहीं, शिमला की जनता भी आरोपियों को सजा सुनाने का बेसब्री से इंतजार कर रही है।
बता दें कि मामले में अभियोजन और बचाव पक्ष के बीच बहस का ट्रायल पूरा कर लिया गया है। कोर्ट में करीब 15 महीनों तक ट्रायल चला और इस दौरान 100 से अधिक गवाह पेश किए गाए। युग हत्याकांड ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया था। अच्छे परिवारों से ताल्लुक रखने वाले तीन आरोपियों ने चार साल के मासूम युग का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी।
मासूम की हत्या करने के बाद तीनों आरोपियों ने शहर के पेयजल टैंक में युग के शव को डाल दिया था। बता दें कि चार साल का मासूम युग शिमला के राम बाजार के एक कारोबारी का बेटा था और तीनों अपराधी युग के परिजनों के जान-पहचान वाले थे। जून 2014 में आरोपियों ने युग का अपहरण कर परिजनों से फिरौती की मांग की थी, लेकिन पकड़े जाने के डर से उन्होंने युग को मौत के घाट उतार दिया।
बता दें कि शिमला के भराड़ी में बने पेयजल टैंक से अगस्त 2016 में सीआईडी ने तीनों आरोपियों की निशानदेही पर युग के अवशेष बरामद किए थे, जिसके बाद लोगों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर युग के हत्यारों को फांसी देने की मांग की थी। युग की हत्या में धरे गए तीनों आरोपी रसूखदार थे और इनमें चंद्र कानून की पढ़ाई कर रहा था। वहीं, दूसरा आरोपी विक्रांत चंडीगढ़ में पढ़ता था। तीनों आरोपियों की उम्र 23 से 29 साल के बीच थी। आरोपी चंद्र युग का ही पड़ोसी था।