मौसम विभाग की सटीक भविष्यवाणी के चलते इस साल मॉनसून भले तय समय से 3 दिन पहले केरल में दाखिल हो गया हो लेकिन, अभी भी लोगों को भीषण गर्मी और लू से राहत मिलती नहीं दिख रही है। कुछ दिनों तक राहत के बाद देश के उत्तर-पश्चिम और मध्य हिस्से फिर से लू की चपेट में आ गए तथा कई कस्बों और शहरों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
मौसम कार्यालय ने कहा है कि राजस्थान, जम्मू, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड, विदर्भ, उत्तर प्रदेश के दक्षिणी क्षेत्र और मध्य प्रदेश के उत्तरी क्षेत्र में अगले दो से तीन दिनों तक लू चलने की आशंका है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बताया, ‘4-5 जून को राजस्थान और मध्य प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है।’ शुक्रवार को, महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के चंद्रपुर में अधिकतम तापमान 46.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि देश के उत्तर-पश्चिम और मध्य भाग के कम से कम 40 शहरों और कस्बों में अधिकतम तापमान 44 डिग्री और उससे अधिक दर्ज किया गया।
मैदानी राज्यों के साथ अब देवभूमि हिमाचल प्रदेश के पहाड़ भी तपने लगे हैं। चार दिन और प्रदेश में बारिश के आसार नहीं हैं। कांगड़ा जिले के धर्मशाला में तो गर्मी ने पिछले 13 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। यहां पारा 37 डिग्री पहुंच गया है। ऊना जिले के लोग भी 44 डिग्री सेल्सियस गर्मी का टॉर्चर सहने के लिए बेबस हैं। मैदानी राज्यों से भले ही पर्यटक राजधानी शिमला का रुख कर रहे हैं, लेकिन यहां भी गर्मी से पसीने छूट रहे हैं। शिमला में अधिकतम तापमान 28.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है। अमूमन राजधानी का औसत पारा 25 डिग्री से नीचे ही रहता है।