प्रदेश में मौसम के कड़े तेवर सोमवार को भी जारी रहे। प्रदेशभर में बारिश और भूस्खलन से सड़कें बाधित रहीं और वाहनों के पहिये थमे रहे। लगातार बारिश के कारण पटरी से उतरा जनजीवन सामान्य नहीं हो पाया है। बारिश को खरीफ की फसलों के लिए बेहतर माना जा रहा है।
शिमला जिले के ऊपरी क्षेत्रों में बारिश के कारण सेब के तुड़ान पर असर पड़ा है। भूस्खलन ने भी बागवानों की दिक्कतें बढ़ाई हैं। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिन तक बारिश से राहत मिलने की संभावना नहीं है।
इस दौरान प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम विभाग ने आगामी 20 जुलाई तक कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश होने की भी विभाग ने चेतावनी जारी की है। मंगलवार से फिर से पश्चिमी हवाएं सक्रिय हो रही है, जिसके प्रभाव से भारी बारिश होने की संभावना है।
बीते 24 घंटे के दौरान प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई परिवर्तन नहीं आया है। सोमवार को प्रदेश में ऊना में अधिकतम तापमान 36.0 डिग्री और न्यूनतम कुफरी में 12.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।