हिमाचल में बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान, जानें कब तक मौसम रहेगा खराब

|

  • 13-14 मार्च को भारी बर्फबारी को लेकर अलर्ट जारी
  • मार्च में अब तक सामान्य से 57% अधिक वर्षा और हिमपात

Western Disturbance in Himachal: हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में बीती रात से मौसम खराब हो गया है, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। सुबह लाहौल स्पीति अटल टनल रोहतांग सहित ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में चार दिनों तक बारिश, बर्फबारी और गरज के साथ बिजली चमकने का येलो अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से 10 से 13 मार्च तक राज्य के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना जताई गई है।

किन्नौर, लाहौल-स्पीति, चंबा, कुल्लू और कांगड़ा के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। वहीं मैदानी जिलों  ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा और चंबा जिलों में गरज के साथ बिजली चमकने और बारिश होने की संभावना है। बिजली चमकने की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों के भीतर न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि उसके बाद तापमान में लगातार गिरावट होने की संभावना है।

मौसम विभाग ने किसानों और पर्यटकों को लिए सतर्कता बरतने की सलाह दी है। बर्फबारी और बारिश के कारण ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सड़कों पर फिसलन हो सकती है और यातायात प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा बिजली गिरने से जान-माल के नुकसान का खतरा बना हुआ है। प्रशासन को सतर्क रहने और आपात स्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।

मौसम विभाग के अनुसार, अगले पांच दिनों तक राज्य में बारिश और बर्फबारी के आसार बने हुए हैं। चंबा, कांगड़ा और लाहौल-स्पीति जिलों के ऊंचे क्षेत्रों में आज अच्छी बर्फबारी हो सकती है, जबकि कुल्लू और शिमला के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्का हिमपात होने की संभावना है।

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 12 मार्च को पश्चिमी विक्षोभ अधिक सक्रिय होगा, जिससे ऊंचे इलाकों में भारी बर्फबारी हो सकती है। 13 और 14 मार्च को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में अच्छी बारिश और बर्फबारी की संभावना है, जिसके चलते मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। इस दौरान स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को ऊंचे क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी गई है।

शिमला समेत प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी बीते दिन से मौसम खराब बना हुआ है। पहाड़ों पर अगले कुछ दिनों तक बादल छाए रहेंगे और ठंड का असर बढ़ सकता है।

प्रदेश में इस वर्ष जनवरी और फरवरी के महीनों में शुष्क मौसम देखने को मिला, जिससे पर्यटन और कृषि-बागवानी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। हालांकि, मार्च में अच्छी वर्षा और बर्फबारी हो रही है। 1 से 9 मार्च तक सामान्य से 57% अधिक बारिश दर्ज की गई है।

विशेष रूप से, कुल्लू जिले में सामान्य से 186% अधिक बारिश हो चुकी है, जबकि मंडी जिले में यह आंकड़ा 122% ज्यादा है। दूसरी ओर, ऊना जिला ऐसा है जहां इस महीने अब तक सामान्य से 25% कम बारिश हुई है।