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4 घंटे की जगह 20 मिनट में सफर होगा पूरा! मुल्थान-बड़ा ग्रा के बीच बनेगा हेलीपैड

पर्यटन विभाग के एक बड़े महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर फैसला होने जा रहा है। प्रदेश की जयराम सरकार पर्यटन को नई ऊंचाई पर ले जाने की खातिर मुलथान या बरोट में हेलिपैड बनाने जा रही है।

मृत्युंजय पुरी |

पर्यटन विभाग के एक बड़े महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर फैसला होने जा रहा है। प्रदेश की जयराम सरकार पर्यटन को नई ऊंचाई पर ले जाने की खातिर मुलथान या बरोट में हेलिपैड बनाने जा रही है। ये दोनों स्थान हाल ही के वर्षों में बड़ी टूरिस्ट डेस्टिनेशन सावित हुए हैं। बुधवार को धर्मशाला से पर्यटन विभाग की टीम इन क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान पद्धर और बैजनाथ उपमंडलों का प्रशासनिक अमला भी मौजूद रहा । इसके अलावा राजस्व विभाग के अफसरों का फीडबैक भी मौजूद रहे।

दोनो जगह मे बिजली की तारो की दिक्क़त के वजह से विभाग ने बड़ा ग्रा के पास एक पहाड़ी चयनित की जहा इस हैलीपाड़ का निर्माण किया जा सके इस जगह मे सड़क सुविधा भी उपलब्ध है।

इस हेलिपैड के बनने से दिनों का सफर घंटों में हो जाएगा। इससे देश-विदेश के पर्यटक मुल्थान और बरोट घाटियों के नजारे ले पाएंगे। अभी मुल्थान के लिए बस से ही सफर होता है। बैजनाथ से बरोट की 80 किलोमीटर की दूरी है। बरोट में ऊहल खड्ड को पार करने पर मुल्थान घाटी शुरू होती है। अभी इस सफर को तय करने में चार घंटे लगते हैं। हेलिपैड बनने से यह सफर महज 20 मिनट में पूरा हो जाएगा। घंटों का सफर मिनटों में होने से पयर्टन को इस इलाके में नई दिशा मिलेगी। बहरहाल इस सारे प्रोजेक्ट को पर्यटन विभाग फंडिंग करेगा। इस हेलिपैड में तमाम सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। यह सारा एस्टीमेट जगह फाइनल होने के बाद पर्यटन विभाग तैयार करेगा

पर्यटन विभाग की टीम ने बुधवार को मुल्थान और बरोट इलाकों का दौरा किया। जिसमें की दोनों जगह में बिजली की तारों की दिक्क़त सामने आई जिसके चलते एक ओर जगह का विजिट किया गया है। मुल्थान व बड़ा ग्रा के बिच मे एक पहाड़ी को चयनित किया गया है जिसमे पेड़ भी कम है और इस जगह सड़क भी उपलब्ध है इस स्थान पर एक पावर प्रोजेक्ट भी लगना है जिसके लिए रिपोर्ट मांगी गई है।