➤ जगत सिंह नेगी ने गेयटी थिएटर में भांग पर सेमिनार का किया उद्घाटन
➤ औद्योगिक और औषधीय उपयोग पर कंपनियों ने दी विशेषज्ञ प्रस्तुति
➤ राज्य सरकार भांग के उपयोग को वैध रूप से बढ़ावा देने पर कर रही विचार
हिमाचल प्रदेश में भांग की खेती को वैध रूप से औद्योगिक और औषधीय उपयोग के लिए बढ़ावा देने की दिशा में अहम पहल की गई है। इसी क्रम में राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास एवं जन शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने शुक्रवार को ऐतिहासिक गेयटी थिएटर शिमला में आयोजित सेमिनार और प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। यह आयोजन भांग की खेती को वैध करने और उसके चिकित्सकीय, औद्योगिक उपयोग को समझने और आगे बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि हिमाचल को नशामुक्त, समृद्ध और खुशहाल बनाने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है और इस दिशा में भांग जैसी प्राकृतिक वनस्पति के नियंत्रित और लाभकारी उपयोग की संभावना को गंभीरता से टटोला जा रहा है। उन्होंने विभिन्न कंपनियों की स्टॉल का अवलोकन कर उनके उत्पादों की जानकारी ली, जो भांग से बने औषधीय, निर्माण और हेल्थकेयर से जुड़े उत्पादों का प्रदर्शन कर रही थीं।
कार्यक्रम में देशभर से विभिन्न कंपनियों और हितधारकों ने औद्योगिक नवाचार, युगांडा कल्टीवेशन प्रोजेक्ट, मेडिकल हेम्प बिजनेस और हेम्प इको-प्लानिंग जैसे विषयों पर गहन प्रस्तुति दी। इन-केयर लैब, कन्नरमा, अयूरिंस्टिंक्ट हेल्थकेयर, हिमालयन हेम्प इंडस्ट्रीज, थिंक द हिमालयन हेम्प, इंडिया हेम्प एंड कैनाबिस नेटवर्क, पाई हेम्प और इंडियन हेम्प स्टोर सहित अन्य विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए।
सरकारी सलाहकार अधिवक्ता देवेन खन्ना ने भी वैधानिक पहलुओं पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर विशेष सचिव राज्य कर व उत्पाद शुल्क हरबंस ब्रासकोन, अतिरिक्त आयुक्त राजीव डोगरा, विवेक चौहान सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
यह आयोजन हिमाचल में भांग आधारित कृषि और उद्योग के लिए एक रोडमैप तैयार करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।



