कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार ने सरकारी विभागों के डेटा को जमा करने के लिए एक अहम पहल की है. चंडीगढ़ में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ‘हिम डेटा पोर्टल’ का शुभारंभ किया है. इस मौके पर मुख्य सलाहकार ( आईटी ) गोकुल बुटेल और कैबिनेट मंत्री रैंक RS बाली मौजूद रहे. ये पोर्टल सभी सरकारी विभागों के डेटा को एकीकृत करने के लिए लाया गया है. सुक्खू सरकार ने इस ओपन-सोर्स ‘हिम डेटा पोर्टल’ बनाने के लिए ‘इंडियन स्कूल ऑफ बिसनेस’ के साथ साझेदारी की है.
मुख्यमंत्री ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि जुलाई 2023 से हिमाचल प्रदेश सरकार हिम परिवार परियोजना आरंभ करेगी। इस परियोजना के तहत प्रदेश के परिवारों को एक विशिष्ट पहचान प्रदान की जायेगी। मुख्यमंत्री आज पंजाब के मोहाली स्थित इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस में गवर्नेंस एण्ड टेक्नोलॉजी विषय पर इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के भारती इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक पॉलिसी द्वारा आयोजित एक दिवसीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर हिम डाटा पोर्टल का शुभारंभ भी किया।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिम परिवार परियोजना के माध्यम से विशिष्ट पहचान वाले परिवार के राशन कार्ड, परिवार रजिस्टर, विद्युत, पेयजल जैसी आवश्यक सुविधाओं की जानकारी एक क्लिक पर उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि हिम परियोजनाओं से जुड़े लोगों को विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी सुगमता से मिलेगी और इस तरह लक्षित वर्गों तक योजनाओं के लाभ शीघ्र पहुंचेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के लिए दिशा निर्धारण सबसे महत्वपूर्ण कारक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार बेहतर शासन के लिए बेहतर प्रशासन के लक्ष्य के साथ विकास की दिशा निर्धारित करने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के जन-जन को सुखी और समृद्ध बनाना राज्य सरकार का लक्ष्य है और इसके लिए उचित स्तर पर सही डाटा होना आवश्यक है। सरकार ने अपने पहले ही बजट में अत्याधुनिक डाटा संकलन एवं अनुसंधान तकनीक अपनाने पर बल दिया ताकि संसाधनों का बेहतर उपयोग किया जा सके। उन्होंने कहा कि आगामी 10 वर्षों में हिमाचल को देश का समृद्ध राज्य बनाया जायेगा। इस दिशा में देश के प्रतिष्ठित संस्थानों का सहयोग हिमाचल प्रदेश के नीति निर्धारण में सहायक रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयास शीघ्र ही सकारात्मक परिवर्तन के रूप में सामने आयेंगे।
ठाकुर सुखविंदर सुक्खू ने कहा कि ‘नॉलेज पार्टनर’ के रूप में इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस हिमाचल डाटा पोर्टल को और लाभदायक एवं उपयोगी बनाने में सहयोग करेगा ताकि प्रदेश के 72 लाख लोगों के जीवन में आशातीत परिवर्तन लाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार तथा इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी, वन तथा शासन के क्षेत्रों में मिलकर कार्य करेंगे।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने फिर दोहराया कि अच्छे शासन के लिए अच्छे प्रशासन का होना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा सरकार का उद्देश्य है कि समाज में अंतिम पंक्ति में बैठे अंतिम व्यक्ति तक टेक्नोलॉजी पहुंचे. मुख्यमंत्री ने गोकुल बुटेल और RS बाली के भाषण पर कहा कि जब मेरे दोनों साथी बोल रहे थे तो मुझे महसूस हुआ कि हमे टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कैसे काम करना है. उन्होंने कहा जब मैं सरकार में मुख्यमंत्री बना तो मुझे पता चला हिमाचल को किस दिशा की ओर ले जाना है. उन्होंने इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस को हिमाचल में नीति अनुसंधान केंद्र स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने इससे पूर्व संस्थान में पौधा रोपा और संस्थान परिसर का दौरा कर महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की।
RS बाली ने क्या कहा?
हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड के अध्यक्ष रघुवीर सिंह बाली ने कहा कि हिमाचल के मुख्यमंत्री का व्यापक राजनीतिक अनुभव हिमाचल के विकास को नई ऊंचाई प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि एक प्रतिष्ठित संस्थान का प्रदेश सरकार के साथ कार्य करना नीति को जन हितकारी दिशा देने में सहायक है।
वहीं, इस मौके पर कैबिनेट मंत्री रैंक RS बाली ने मुख्यमंत्री सुक्खू की तारीफ करते हुए कहा वह इतने संघर्षों के बाद हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं. RS बाली बोले कि यशस्वी मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद सिंह सुक्खू जी ने कर्नाटक चुनाव में महनत की उनके बाद वह शिमला पहुंचे, शिमला के बाद वह फौरन आज यहा चंडीगढ़ के इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री जी का संघर्ष ही हिमाचल प्रदेश को टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भी आगे लेकर जाएगा.
गोकुल बुटेल ने क्या कहा?
हिमाचल प्रदेश के मुख्य सलाहकार सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार गोकुल बुटेल ने कहा कि 21वीं सदी की सबसे महत्वपूर्ण संपत्ति डाटा एवं सही सूचनाओं का समयबद्ध संकलन है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू नवाचार और सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग कर हिमाचल को देश का अनुकरणीय राज्य बनाने के लिए कार्यरत हैं। उन्होंने हिम परिवार परियोजना की विस्तृत जानकारी प्रदान की। अभिषेक जैन सचिव सूचना प्रोद्योगिकी हिमाचल प्रदेश ने कहा कि प्रदेश सरकार के विभिन्न प्रयासों से इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस जैसे प्रतिष्ठित संस्थान का जुड़ाव अनेक मायनों में आम जन के लिए लाभप्रद रहेगा। उन्होंने कहा कि नीति निर्धारण में सही डाटा तक पहुंच योजनाओं के सफल कार्यान्वयन का महत्वपूर्ण कारक है।
भारती इंस्टीट्यूट आफ पब्लिक पॉलिसी के डीन प्रोफेसर मदन पिलुतला ने कहा कि सूचना प्रोद्योगिकी के उपयोग और हिम डाटा पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी से लोग वास्तविक अर्थों में सही समय पर लाभ प्राप्त कर पाएंगे। भारती इंस्टीट्यूट आफ पब्लिक पॉलिसी के निदेशक प्रोफेसर अश्वनी छेत्रे ने हिमाचल में डाटा तक पहुंच और इसके माध्यम से योजनाओं के लाभ लोगों तक पहुंचाने की विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की सूचना प्रोद्योगिकी के माध्यम से जन जन को लाभान्वित करने की पहल अनुकरणीय है।
डॉ. आरुषि जैन, नीति निदेशक भारती इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक पॉलिसी ने उपस्थित लोगों स्वागत किया और हिम डाटा पोर्टल सहित सम्मेलन के विषय की जानकारी प्रदान की। मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विवेक भाटिया, हिमाचल प्रदेश के निदेशक सूचना प्रौद्योगिकी मुकेश रेप्सवाल, उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक सोलन वीरेंद्र शर्मा, इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के शिक्षाविद, अन्य अनुसंधानकर्ता एवं संस्थान के छात्र इस अवसर पर उपस्थित थे।
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