➤ हिमाचल में 2.60 करोड़ सेब पेटियों का कारोबार पूरा
➤ MIS के तहत सरकार ने खरीदे 80 हजार मीट्रिक टन सेब
➤ भाजपा के आरोपों पर बोले मंत्री—किसान विरोधी है भाजपा
शिमला, 4 अक्तूबर। हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष का सेब सीजन अपने चरम पर है और अब तक प्रदेश की विभिन्न मंडियों में 2 करोड़ 60 लाख सेब पेटियां पहुंच चुकी हैं। राज्य सरकार की ओर से MIS (मार्केट इंटरवेंशन स्कीम) के तहत 80 हजार मीट्रिक टन सेब की खरीद की जा चुकी है।
भाजपा द्वारा सरकार पर लगाए गए आरोपों कि सेब को मंडियों तक समय पर नहीं पहुंचाया जा रहा, पर बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि भाजपा का किसान व बागवानों के हितों से कोई लेना-देना नहीं है। प्रदेश में आपदा से सड़कों को भारी नुकसान के बावजूद सरकार ने हर संभव प्रयास करके सेब को मंडियों तक पहुंचाने की व्यवस्था की है।
जगत सिंह नेगी ने बताया कि जिन इलाकों में बड़ी गाड़ियां नहीं पहुंच पा रही हैं, वहां छोटी गाड़ियों के माध्यम से सेब परिवहन किया जा रहा है। यदि कहीं सेब सड़ रहा है, तो उसे डिस्पोज करने के लिए एसडीएम की अध्यक्षता में कमेटियां गठित की गई हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस प्रक्रिया में किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने कहा कि बागवान लंबे समय से यूनिवर्सल कार्टन की मांग कर रहे थे, जिसे कांग्रेस सरकार ने पूरा किया। वहीं भाजपा विधायक बलबीर वर्मा और आढ़तियों के साथ मिलकर अब इसे बंद करने की मांग कर रहे हैं। मंत्री ने कहा—“भाजपा की विचारधारा बड़े-बड़े आढ़तियों और कॉर्पोरेट घरानों के साथ है, यह किसान और बागवानों की हितैषी कभी नहीं रही है। भाजपा हमेशा किसान विरोधी पार्टी रही है।”
बागवानी मंत्री ने केंद्र सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि इस बार की प्राकृतिक आपदा में हिमाचल को भारी नुकसान हुआ, लेकिन केंद्र से कोई ठोस सहायता नहीं मिली। उन्होंने कहा—“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल दौरे के दौरान 1500 करोड़ रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की थी, लेकिन आज तक एक पैसा भी प्रदेश को नहीं मिला।”
उन्होंने भाजपा नेताओं पर हमला करते हुए कहा कि वे जनता को भ्रमित कर रहे हैं—“भाजपा नेता बस अपनी पीठ खुद थपथपा रहे हैं, जबकि हकीकत यह है कि केंद्र से कोई मदद नहीं मिली। भाजपा सिर्फ बयानबाजी कर रही है और प्रदेश के बागवानों को गुमराह कर रही है।”
जगत सिंह नेगी ने यह भी कहा कि राज्य सरकार बागवानों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और चाहे कितनी भी बाधाएं आएं, सेब उत्पादकों को उचित दाम और सुविधाएं दिलाने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी।



