हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 14 फरवरी से शुरू होने जा रहा है. बजट सत्र की कार्यवाही सुचारू रूप से चले, इसके लिए 13 फरवरी को सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने की. बैठक में संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान, मुख्य संसदीय सचिव मोहनलाल ब्राक्टा, भाजपा विधायक बलबीर वर्मा, निर्दलीय विधायक केएल ठाकुर शामिल हुए. अन्य कार्यक्रम में व्यवस्था के चलते नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर बैठक में नहीं आए. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से फोन पर बातचीत के बाद भाजपा विधायक बलबीर वर्मा को इस बैठक में भेजा.
सर्वदलीय बैठक के बाद विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि सौहार्दपूर्ण माहौल में बैठक हुई. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर निजी कार्यक्रम में व्यस्तता के चलते बैठक में शामिल नहीं हो सके. उन्होंने कहा कि बैठक में सभी सदस्यों से सदन की कार्यवाही के संचालन के लिए सहयोग मांगा है. 13 बैठकों वाले इस बजट सत्र में दो निजी कार्य दिवस भी होंगे. राज्यपाल के अभिभाषण के बाद अमूमन सदन की कार्यवाही में शोकोद्गार को शामिल नहीं किया जाता, लेकिन बैठक में इसे लेकर चर्चा हुई है. अगर सरकार की ओर से हांमी मिली, तो विधानसभा के बजट सत्र के दौरान यह नई व्यवस्था नजर आ सकती है.
हिमाचल प्रदेश सरकार में संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने विपक्ष से अनुरोध किया कि वह सदन की कार्यवाही के दौरान सकारात्मक रवैया के साथ आएं. उन्होंने कहा कि सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है. बैठक में विस्तृत रूप से चर्चा हुई है. उन्होंने जयराम ठाकुर के बैठक में उपस्थित न होने को लेकर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि जयराम ठाकुर को बैठक में पहुंचना चाहिए था. हर्षवर्धन चौहान ने तंज करते हुए कहा कि शायद जय राम ठाकुर को सर्वदलीय बैठक से भी कोई महत्वपूर्ण काम होगा, इसलिए वे इस बैठक में नहीं आए. हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि इस बैठक की गरिमा होती है और इस गरिमा को बनाए रखना जरूरी है.
वहीं, भारतीय जनता पार्टी के विधायक बलबीर सिंह वर्मा ने कहा की जय राम ठाकुर व्यस्तता के चलते बैठक में शामिल नहीं हो सके. प्रतिपक्ष के मुख्य सचेतक सुखराम चौधरी के संबंधियों के घर पर मृत्यु के चलते वे इस बैठक में शामिल नहीं हो सके. उन्होंने कहा कि विपक्ष पूरी मजबूती के साथ सदन में आम जनता की आवाज को उठाएगा. उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने जनता को झूठी गारंटी दी थी, इस मुद्दे को लेकर विपक्ष सरकार को घेरेगा.