न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) कर्मचारी महासंघ के 14 सदस्यीय दल को सरकार ने दोपहर बाद वार्ता के लिए बुलाया. पौने तीन बजे अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल चौड़ा मैदान से विधानसभा आया. विधानसभा में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से करीब पौने घंटे तक वार्ता हुई. मुख्यमंत्री ने कहा वह ओपीएस बहाल करने के मामले में केंद्र सरकार से बात करेंगे, क्योंकि उसके सहयोग बिना यह संभव नहीं होगा. महासंघ के नेता सरकार से सहमत नहीं हुए. महासंघ ने तय किया है कि आंदोलन जारी रहेगा. अब यह आंदोलन क्रमिक भूख हड़ताल में तबदील हो गया है. इसकी शुरुआत चौड़ा मैदान से की गई, जहां पर प्रदर्शन हुआ.
इससे पहले रैली में सरकार की हाईपावर कमेटी पर भी सवाल उठाए गए. वहां कई ऐसे कर्मचारी, अधिकारी भी आए थे, जो एनपीएस के तहत आते हैं और हाल ही में रिटायर हुए हैं. इनमें से एक का वेतन 57 हजार था, लेकिन उन्हें मात्र तीन हजार रुपये पेंशन लगी है. एक अन्य का अंतिम वेतन 30 हजार था, जिन्हें 2378 रुपये प्रतिमाह पेंशन तय हुई है. तीसरे का वेतन 18 हजार था, जिन्हें पेंशन 700 रुपये लगी है.
प्रदेशाध्यक्ष एनपीएस कर्मचारी महासंघ प्रदीप ठाकुर का कहना है मुख्यमंत्री के साथ वार्ता हुई, लेकिन अब आश्वासनों से बात नहीं बनेगी. महासंघ ने तय किया है कि आंदोलन जारी रहेगा. शनिवार से क्रमिक भूख हड़ताल आरंभ हो गई. जब तक सरकार ओपीएस बहाल नहीं करती, तक तक यह चलता रहेगा. आने वाले दिनों में आंदोलन में और तेजी लाई जा सकती है.