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हिमाचल में सूखी ठंड से मिलेगा छुटकारा, इस दिन बारिश-बर्फबारी के आसार

➤ हिमाचल में ठंड चरम पर, ताबो में पारा माइनस 7.0 डिग्री तक लुढ़का
➤ मैदानी इलाकों में घना कोहरा, 29 नवंबर से 1 दिसंबर तक येलो अलर्ट
➤ 1 दिसंबर से चूड़धार यात्रा पर अप्रैल तक पूर्ण प्रतिबंध लागू


हिमाचल प्रदेश में सर्दी का प्रकोप लगातार तेज होता जा रहा है। ठंड बढ़ने के बीच ताबो में न्यूनतम तापमान -7.0 डिग्री दर्ज किया गया, जो सीजन का अब तक का सबसे कम तापमान है। राज्य के 22 स्थानों पर पारा 10 डिग्री से नीचे पहुंच गया है। मौसम विभाग के अनुसार सुबह और देर रात कुछ स्थानों पर अगले तीन दिनों तक घने कोहरे का येलो अलर्ट जारी है। मंडी में आज घना कोहरा दर्ज किया गया।

कहां कितना न्यूनतम तापमान


शिमला 7.0°, सुंदरनगर 3.2°, भुंतर 1.0°, कल्पा 0.4°, धर्मशाला 7.0°, ऊना 6.7°, नाहन 12.7°, पालमपुर 4.0°, सोलन 3.5°, मनाली 1.9°, कांगड़ा 5.3°, मंडी 4.6°, बिलासपुर 6.5°, हमीरपुर 4.6°, जुब्बड़हट्टी 9.2°, कुकुमसेरी -4.8°, नारकंडा 5.6°, सेऊबाग 0.5°, बरठीं 3.3°, कसाैली 8.4°, सराहन 5.1°, पांवटा साहिब 10.0°, देहरा गोपीपुर 7.0°, ताबो -7.0°, नेरी 10.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

जानें मौसम पूर्वानुमान


मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार 3 दिसंबर तक प्रदेश में मौसम साफ रहने का अनुमान है। वहीं 4 और 5 दिसंबर को कुछ ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में बदलाव संभावित है। मैदानी और निचले क्षेत्रों में 29 नवंबर से 1 दिसंबर तक घना कोहरा छाने का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

ठंड बढ़ने के साथ ही ऊपरी पर्वतीय इलाकों में तापमान शून्य से नीचे पहुंच रहा है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है।

1 दिसंबर से चूड़धार यात्रा पर रोक


परंपरागत रूप से हर वर्ष की तरह इस बार भी 1 दिसंबर से अप्रैल तक चूड़धार यात्रा पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। उपमंडलाधिकारी चौपाल हेम चंद वर्मा ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और जनहित को ध्यान में रखते हुए कपाट बंद होने के बाद यह निर्णय लिया गया है। प्रतिबंध के बाद कोई भी व्यक्ति यात्रा पर जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

बर्फबारी के कारण मार्ग खतरनाक


सर्दियों में चूड़धार क्षेत्र में भारी बर्फबारी, फिसलन भरी पगडंडियाँ और अत्यधिक ठंड के चलते रास्ता खतरनाक हो जाता है। पिछले वर्षों में कई बार यात्री कठिन परिस्थितियों में फंस चुके हैं। प्रशासन ने इन जोखिमों को देखते हुए आदेश की सख्ती से पालना करने की अपील की है।